जयपुर,, दिव्यराष्ट्र/मानसून का मौसम अपने साथ ठंडक और नमी लेकर आता है, जो कई बार जोड़ों के दर्द को बढ़ा देता है। जोड़ों का दर्द खासतौर पर उन लोगों के लिए समस्या बन जाता है, जिन्हें पहले से गठिया (आर्थराइटिस) या अन्य जोड़ों की समस्याएं होती हैं। यह दर्द न केवल शरीर की हरकतों को प्रभावित करता है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता को भी कम कर देता है। इस लेख में हम डॉ. मिहिर थानवी, कंसलटेंट, ऑर्थोपेडिक अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, जयपुर से जानेंगे कि मानसून में जोड़ों के दर्द बढ़ने के कारण क्या हैं, किस प्रकार यह प्रभावित करता है और इससे बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।
मानसून में जोड़ों के दर्द के बढ़ने के कारण*
1. ऊंची नमी: मानसून के दौरान हवा में नमी का स्तर काफी बढ़ जाता है। नमी की अधिकता से जोड़ों के बाहरी भागों में सूजन बढ़ती है, जिससे दर्द महसूस होता है। नमी के कारण जोड़ों के आसपास के टिशूज में सूजन और सख्ती हो जाती है, जो दर्द का कारण बनती है।
2. तापमान में गिरावट: ठंडे और गीले मौसम में जोड़ों के रक्त संचार में कमी आ जाती है। रक्त संचार कम होने से जोड़ों को पोषण नहीं मिल पाता, जिससे वे कमजोर और सख्त हो जाते हैं।
3. हाइड्रेशन का अभाव: मानसून में लोग अक्सर कम पानी पीते हैं क्योंकि ठंडा मौसम प्यास कम लगने का कारण बनता है। पानी की कमी से जोड़ों के लिए जरूरी बलगम और तंत्रिकाएं सूख जाती हैं, जिससे जोड़ों में कठोरता और दर्द बढ़ता है।
4. गतिविधि में कमी: बारिश के कारण लोग बाहर कम निकल पाते हैं और शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है। इसकी वजह से जोड़ों की लचीलापन कम हो जाती है और वे अकड़न महसूस करने लगते हैं।
5. पुरानी समस्या का बढ़ना: जिन लोगों को पहले से गठिया या अन्य जोड़ों की समस्या है, उनमें ये लक्षण मानसून के दौरान और गंभीर हो जाते हैं।
बचाव के उपाय*
इसके लिए आप मानसून में शरीर को ठंडा होने से बचाएं। गर्म कपड़े पहने और सोते समय दूध या हल्दी वाला गर्म पानी पीने की आदत डालें। नहाने के पानी का तापमान न ज्यादा ठंडा और न ज्यादा गर्म रखें। नियमित हल्का-फुल्का व्यायाम करें जैसे योग, स्ट्रेचिंग, टहलना आदि। यह जोड़ों की मजबूती बढ़ाने और लचीलापन बनाए रखने में मदद करता है। घर के अंदर भी आप व्यायाम कर सकते हैं। संतुलित आहार में कैल्शियम, विटामिन डी, ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार लें। हड्डियों और जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। दूध, दही, हरी पत्तेदार सब्जियां, मछली, अखरोट आदि को आहार में शामिल करें। हाइड्रेटेड रहें, इसके लिए पर्याप्त पानी पीना आवश्यक है ताकि शरीर की कोशिकाएं अच्छी तरह से काम कर सकें।
किन किन बातों का ध्यान रखें?*
यदि जोड़ों का दर्द लगातार बना रहे और घर पर किए गए उपायों से राहत न मिले। जोड़ों में सूजन, लालिमा या तेज दर्द हो, या फिर चलने-फिरने में दिक्कत हो या सांस फूलने जैसी परेशानी हो तब डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें। मानसून में जोड़ों का दर्द एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। उचित देखभाल, समय-समय पर व्यायाम और स्वस्थ आहार से आप अपने जोड़ों को मजबूत और दर्दमुक्त रख सकते हैं। साथ ही, बारिश के मौसम में खुद को ठंडा और नमी से बचाते हुए सरल सावधानियां अपनाना जरूरी है।