
आईएचसीएल के साथ साझेदारी वैश्विक वेलनेस उद्योग में ऐतिहासिक समझौता है
मुंबई, दिव्यराष्ट्र*:/ भारत की सबसे बड़ी आतिथ्य कंपनी, इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसीएल) ने स्पर्श इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड में 51% हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक निर्णायक समझौते पर हस्ताक्षर किया। स्पर्श इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, पुणे के पास मुलशी स्थित एक सुस्थापित लग्ज़री वेलनेस सेंटर, ‘आत्मंतन’ ब्रांड की स्वामित्व वाली कंपनी है। आईएचसीएल को इस अधिग्रहण से आत्मंतन ब्रांड और उसकी विशेषज्ञता का स्वामित्व हासिल होगा, जिससे इसके संस्थापक प्रवर्तकों की भागीदारी में वेलनेस प्लेटफॉर्म का विस्तार संभव होगा।
पुनीत चटवाल, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आईएचसीएल ने कहा,”वेलनेस पर्यटन के विस्तृत होते बाज़ार में स्वास्थ्य और आतिथ्य का संगम देखने को मिल रहा है और भारी तादाद में यात्री ऐसे इमर्सिव वेलनेस अनुभव की तलाश में हैं जो पारंपरिक उपचार और थेरेपी से परे हों। उपभोक्ताओं की इस उभरती हुई ज़रूरत को पूरा करते हुए, आईएचसीएल ने आत्मंतन के साथ एकीकृत वेलनेस खंड में प्रवेश किया है। इसकी समग्र और अनूठी वेलनेस पेशकश, अपने व्यवस्थित व्यावसायिक मॉडल के साथ, आईएचसीएल के ब्रांड परिदृश्य के अनुरूप है।”
निखिल कपूर, संस्थापक-निदेशक, आत्मंतन वेलनेस सेंटर ने कहा,”आईएचसीएल के साथ यह साझेदारी वैश्विक वेलनेस उद्योग में ऐतिहासिक समझौता है। आत्मंतन पिछले कई साल से समग्र बदलाव पर केंद्रित एकीकृत, विज्ञान-समर्थित कार्यक्रमों के ज़रिये वेलनेस को नया स्वरूप देने के लिए प्रतिबद्ध है। आईएचसीएल की गहन आतिथ्य विशेषज्ञता और देखभाल एवं उत्कृष्टता के साझा मूल्यों के साथ, हम ताज इनरसर्कल के 1.3 करोड़ ग्राहकों का लाभ उठाते हुए आत्मंतन के मूल विचार को भारी संख्या में ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए तैयार हैं।”
शर्मीली कपूर, संस्थापक-निदेशक, आत्मंतन वेलनेस सेंटर ने कहा,“आत्मंतन की स्थापना इस विश्वास से हुई है कि सही मायने में वेलनेस ‘आत्मा’, ‘मन’, ‘मस्तिष्क’ और ‘तन’ (शरीर) के सामंजस्य से हासिल किया जा सकता है। आईएचसीएल के साथ साझेदारी हमें इस दृष्टिकोण को उसी प्रामाणिकता और अनुभव की गहराई के साथ आगे बढ़ाने में मदद करेगी जिस पर हमारे मेहमान भरोसा करते आए हैं। हम साथ मिलकर जीवन में बदलाव लाने वाले वेलनेस को और अधिक सुलभ बनाकर विलासिता और समग्र कल्याण में नए मानक स्थापित करना चाहते हैं। यह आत्मंतन की यात्रा में नया रोमांचक अध्याय है।”


