Home Finance भारतीय कॉरपोरेट बेहतर रिस्क मैनेजमेंट के साथ वैश्विक चुनौतियों से निपटते हैं

भारतीय कॉरपोरेट बेहतर रिस्क मैनेजमेंट के साथ वैश्विक चुनौतियों से निपटते हैं

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आईसीआईसीआई लोम्बार्ड कॉरपोरेट इंडिया रिस्क इंडेक्स 2023

मुंबई, दिव्यराष्ट्र/ विपरीत वैश्विक परिस्थितियों और कुछ सेक्‍टर में बढ़ते जोखिम का सामना करने के बावजूद, भारतीय उद्यमों ने लचीलेपन और रणनीतिक प्रगति का प्रदर्शन किया है, जिससे रिस्क मैनेजमेंट (जोखिम प्रबंधन) स्कोर में सुधार हुआ है। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड कॉरपोरेट इंडिया रिस्क इंडेक्स (सीआईआरआई) 2023 का चौथा एडिशन, रिस्‍क इंडेक्‍स स्कोर में 2022 में 63 की तुलना में 2023 में 64 तक सुधार दर्शाता है। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड कॉरपोरेट इंडिया रिस्क इंडेक्स (CIRI) 2023 का चौथा संस्करण, फ्रॉस्ट और सुलिवन के सहयोग से आईसीआईसीआई लोम्बार्ड द्वारा की गई एक स्टडी के आधार पर तैयार किया गया है। भारत की लीडिंग निजी सामान्य बीमा कंपनी आईसीआईसीआई लोम्बार्ड, इंडिया इंक के लिए अपनी तरह का पहला रिस्‍क इंडेक्‍स बनाने और इंडिया रिस्क मैनेजमेंट अवार्ड (आईआरएमए) के माध्यम से संगठनों को उनके रिस्‍क गवर्नेंस प्रैक्टिस (जोखिम प्रशासन प्रथाओं) के लिए मान्यता देने में भी अग्रणी कंपनी बनी हुई है।

 

सीआईआरआई 2023 में 6 व्यापक आयामों में 32 रिस्‍क एलिमेंट शामिल हैं, जो ग्लोबल रिस्क मैनेजमेंट (वैश्विक जोखिम प्रबंधन) के सबसे अच्छे उपायों पर आधारित हैं। हमारा अनूठा पैमाना उन जोखिम के बेहतर प्रबंधन की पहचान करता है, जिनका कंपनियों को व्यक्तिगत रूप से सामना करना पड़ता है, जो उन्हें बहुत ज्यादा निवेश किए बिना प्रभावी तरीकों को अपनाने में सक्षम बनाता है।

 

आईसीआईसीआई लोम्बार्ड में कॉरपोरेट सॉल्यूशंस ग्रुप के हेड संदीप गोराडिया का कहना है कि आईसीआईसीआई लोम्बार्ड कॉरपोरेट इंडिया रिस्क इंडेक्स 2023 व्यवसायों को जोखिम का आकलन करने और बिजनेस वैल्यू यानी व्यावसायिक मूल्य को बढ़ाते हुए रणनीतिक रूप से आगे बढ़ने में सशक्त बनाता है। कॉरपोरेट रिस्क के चौथे एडिशन में बेहतर स्कोर इंडेक्स विपरीत वैश्विक परिस्थितियों और चुनौतियों का सामना करने में भारतीय कॉरपोरेट्स द्वारा अपनाई गई कुशल जोखिम प्रबंधन के तरीकों का एक प्रमाण है।
जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं, कंपनियों को आगे रहना चाहिए और व्यापक और कुशल जोखिम प्रबंधन प्रथाओं को अपनाना चाहिए। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ग्राहकों को प्रॉपर्टी और इंजीनियरिंग हानि की रोकथाम, व्यापक जोखिम मूल्यांकन और साइबर सिक्योरिटी सॉल्यूशन जैसी विशेष सेवाओं के साथ जोखिम प्रबंधन में मदद करता है। ये सेवाएं जोखिम का ओवरआल दृष्टिकोण प्रदान करती हैं, जिससे ग्राहकों को दीर्घकालिक स्थिरता और ग्रोथ के लिए परिचालन लचीलापन बढ़ाने में सक्षम बनाया जाता है।

 

2023 रिस्क इंडेक्स सभी 20 सेक्टर को ‘सुपीरियर’ या ‘ऑप्टिमल रिस्क हैंडलिंग’ में दिखाता है। 9 सेक्टर ‘सुपीरियर’ हैंडलिंग का प्रदर्शन करते हैं, जिनमें टेलीकॉम और कम्युनिकेशंस, फार्मास्यूटिकल्स, हेल्थकेयर डिलीवरी, ऑटोमोटिव और एंसिलरी, मैन्युफैक्चरिंग, एफएमसीजी, मीडिया एंड गेमिंग,न्यू एज एंड स्टार्ट-अप और टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी शामिल हैं। बीएफएसआई सेक्टर ने साइबर सिक्योरिटी के उपायों में महत्वपूर्ण सुधार दिखाया, लेकिन वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के प्रति संवेदनशील बना रहा।

 

मैन्युफैक्चरिंग, मेटल एंड माइनिंग और न्यू एज सेक्टर्स ने अपने रिस्क इंडेक्स स्कोर में उल्लेखनीय प्रगति दिखाया है। हालांकि, एफएमसीजी और बायोटेक एंड लाइफसाइंसेज सेक्टर को डायनेमिक कंज्यूमर डिमांड और भू-राजनीतिक घटनाओं के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप उनके रिस्क इंडेक्स स्कोर में मामूली गिरावट आई।

 

फ्रॉस्ट एंड सुलिवन के ग्लोबल प्रेसिडेंट और मैनेजिंग पार्टनर अरूप जुथसी ने भारतीय कंपनियों की बेहतर जोखिम प्रबंधन के तरीकों की सराहना करते हुए कहा कि आईसीआईसीआई लोम्बार्ड कॉरपोरेट रिस्क इंडेक्स कॉरपोरेट्स के रणनीतिक जोखिम प्रबंधन को मापने के लिए एक टूल है। पूरे देश के लिए रिस्क इंडेक्स स्कोर में लगातार सुधार, इस तथ्य के साथ कि श्रेष्ठ रिस्क इंडेक्स कैटेगरी से नीचे कोई भी सेक्टर नहीं है, भारतीय कॉरपोरेट्स के लिए एक बहुत ही सकारात्मक सोच का संकेत देता है। भारत और विश्व स्तर पर एक बहुत ही गतिशील कारोबारी माहौल के सामने, यह देखकर खुशी होती है कि भारतीय कॉरपोरेट्स अपने सामने आने वाले जोखिम को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए एक स्पष्ट कौशल विकसित कर रहे हैं।

 

“मेक इन इंडिया”, इंफ्रास्ट्रक्चर में लगातार निवेश और सस्टेनेबल एनर्जी मैनेजमेंट को बढ़ावा देने जैसी सरकारी पहल ने सेक्टर्स के लचीलेपन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अलग अलग सेक्टर में चल रहे डिजिटल परिवर्तन और एआई इंटीग्रेशन ने परिचालन क्षमता और जोखिम प्रबंधन प्रथाओं को और बढ़ाया है।

 

रिपोर्ट में कोविड-19 महामारी के कारण टेलीमेडिसिन, ऑनलाइन बैंकिंग और रिमोट वर्क सॉल्यूशन यानी दूरस्थ कार्य समाधानों को व्यापक रूप से अपनाने पर प्रकाश डाला गया है। रिन्यूएबल एनर्जी के सोर्स, इको-फ्रेंडली प्रैक्टिस और सटीक कृषि तकनीकों में महत्वपूर्ण निवेश के साथ, सेक्टर ने स्थिरता पर भी ध्यान केंद्रित किया है।

कॉरपोरेट इंडिया रिस्क इंडेक्स 2023 के निष्कर्ष सक्रिय जोखिम प्रबंधन और रणनीतिक प्रगति के महत्व को दिखाते हैं। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड लचीलेपन और लगातार विकास की दिशा में भारतीय उद्यमों का समर्थन करने के लिए समर्पित है।

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