यह 2025–26 शिक्षा-वर्ष में भारत भर की टॉप यूनिवर्सिटी के पोस्टग्रेजुएशन प्रोग्राम में दाखिला लेने के लिए दिया जाएगा
नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र/ आईबीएम क्यू ने शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए भारत भर के शीर्ष प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से स्नातकोत्तर (पोस्टग्रेजुएट) की पढ़ाई करना चाहने वाले छात्रों के लिए आईबीएम जीईटी लॉन्च किया है।
बेंगलुरु में एस-व्यासा डीम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी, भारत का पहला विश्वविद्यालय है जिसने अपने एमबीए, एमसीए और एम.एससी कंप्यूटर साइंस के छात्रों के लिए आईबीएम के साथ साझेदारी में छात्र जुड़ाव के इस मॉडल को लागू किया है।
आईबीएम क्यू 2डी द्वारा आयोजित आईबीएम ग्लोबल एंट्रेंस टेस्ट , एमबीए, एमसीए और एम.एससी कंप्यूटर साइंस में आईबीएम द्वारा संचालित स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रवेश द्वार का काम करता है। इस प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश पाने वाले छात्रों को आईबीएम के भविष्य के लिए तैयार पाठ्यक्रम से एकीकृत विश्वविद्यालय कार्यक्रमों में नामांकित किया जाएगा, जिससे उन्हें उद्योग-संचालित सामग्री, इनोवेशन लैब, आईबीएम के डिजिटल बैज, और प्रोजेक्ट, इंटर्नशिप व प्लेसमेंट के अवसरों के साथ वास्तविक दुनिया में सीखने के अनुभव का अवसर मिलेगा।
आईबीएम क्यू 2डी मास्टर प्रोग्राम, बेंगलुरु के केंगेरी में स्थित सत्व ग्लोबल सिटी टेक पार्क में स्थित एस-व्यासा कैंपस में दिए जाएँगे।
हरि राम सुब्रमणियन, जो आईबीएम में बिज़नेस डेवलपमेंट एवं अकादमिक रिलेशनशिप के लीडर हैं, ने कहा कि “ आईबीएम क्यू 2डी पहल तकनीकी कौशल की सीमाओं को आगे बढ़ा रही है, छात्रों को विभिन्न स्तरों पर अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर टूल्स और उभरती हुई तकनीकों को सिखा कर वास्तविक दुनिया की चुनौतियों को हल करने के योग्य बना रही है। यह मूलभूत सिद्धांतों से लेकर उन्नत सामग्री विज्ञान, AIML, डेटा साइंस, साइबर सुरक्षा और IOT तकनीकों को मजबूती प्रदान करने तथा उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में लागू करने तक है। यह प्रोग्राम इन्नोवेशन के लिए काम कर रहे वैश्विक समुदाय को प्रोत्साहित करता है, जो तकनीकी में नयी उपलब्धियों की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”