स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता और अनुभव को और बेहतर बनाने का प्रयास
मुंबई, दिव्यराष्ट्र/ भारत के अग्रणी फर्नीचर ब्रांडों में से एक गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप के इंटेरियो को अगले तीन वर्षों में अपने हेल्थकेयर सेगमेंट में 15 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। यह वृद्धि विशेषीकृत और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं की बढ़ती मांग और बाजार की अनुकूल परिस्थितियों के कारण संभव होगी। हाल के दौर में टियर-2 और टियर-3 शहरों में निजी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, और निजी अस्पतालों को होने वाली बिक्री में दोगुनी वृद्धि हुई है। इस सेगमेंट की वृद्धि दर लगातार 10 प्रतिशत बनी हुई है।
इंटेरियो के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और बी2बी बिजनेस हैड समीर जोशी ने कहा, ’’भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, जो सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों से बढ़ी हुई कवरेज, उन्नत सेवाओं और बढ़ते निवेश से प्रेरित है। इस प्रगति के बावजूद उपचार का ऐसा वातावरण बनाने की अपार संभावनाएं हैं जो रोगी की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता दें, विशेष रूप से आईसीसीयू और आईसीयू जैसी महत्वपूर्ण देखभाल इकाइयों में। साथ ही, देखभाल करने वालों के सामने जो चुनौतियां आ रही हैं, हमें उनकी तरफ भी ध्यान देना होगा। गोदरेज में, हम निरंतर नवाचार के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे हम स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता और अनुभव को बेहतर बना सकें। सोच-समझकर और गहरे शोध के बाद डिज़ाइन किए गए हमारे समाधान रोगियों, देखभालकर्ताओं और स्वास्थ्य संगठनों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बनाए गए हैं, जिससे हम उपचार प्रक्रिया के हर चरण में सार्थक योगदान दे सकें।’’
गोदरेज का प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो कार्यक्षमता और नवाचार को मिलाकर स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता को एक नए स्तर पर ले जाता है। खालापुर स्थित गोडरेज की अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा में ग्राहक की आवश्यकताओं के अनुसार अस्पताल के बेड, परीक्षण संबंधी काउच, मेडिकल लॉकर और कैबिनेट, रोगी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में सहायक उपकरण आदि बनाए जाते हैं। इसके अलावा, यह संयंत्र देश में स्वास्थ्य सेवा से संबंधित आधुनिक आवश्यकताओं को पूरा करने वाले मेडिकल एक्सेसरीज़ का भी निर्माण करता है।
इंटेरियो द्वारा किए गए अध्ययन से यह सामने आया कि देखभाल करने वाले (केयरगिवर्स) लोग भी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, लेकिन उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। अध्ययन से पता चला कि आठ घंटे की एक शिफ्ट में नर्सिंग कर्मी प्रतिदिन औसतन 8-10 किलोमीटर चलते हैं। इसका एक मुख्य कारण अप्रभावी ढंग से डिज़ाइन किए गए कार्यस्थल हैं। इसके अलावा, 90 प्रतिशत से अधिक नर्सिंग स्टाफ किसी न किसी प्रकार के मस्क्युलोस्केलेटल डिसऑर्डर से प्रभावित है। इस डिसऑर्डर में प्रमुख रूप से पैरों (56 फीसदी), घुटनों (51 फीसदी), और कमर व पीठ (51 फीसदी) में दर्द होता है।
इसके अलावा, 61 प्रतिशत देखभालकर्ताओं ने गर्दन में दर्द की शिकायत की, जबकि 41 प्रतिशत ने 1 से 3 दिन की छुट्टी ली और 7 प्रतिशत को 4 से 6 दिन की छुट्टी लेनी पड़ी। यह न केवल देखभालकर्ताओं के स्वास्थ्य पर असर डालता है बल्कि स्वास्थ्य संगठनों के लिए उत्पादकता में भी स्पष्ट गिरावट लाता है।
ब्रांड का नवीनतम नवाचार – एडवांस्ड लेटरल टिल्ट बेड, जिसमें हाई-लो बेड मूवमेंट, पेंशट के सिर और पैर बोर्ड का साइड मूवमेंट, ट्रेंडलेनबर्ग पोजीशन और लेटरल टिल्ट मूवमेंट जैसी अनूठी विशेषताएं हैं, जो रोगी देखभाल संबंधी चुनौतीपूर्ण हालात के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इसके अलावा, नेफ्रोलॉजी विभाग, मेटर्निटी वार्ड और आपातकालीन इकाइयों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए शोध-आधारित प्रॉडक्ट, समर्पित स्वास्थ्य सेवा समाधानों के प्रति ब्रांड की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।