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जेनसोल को गुजरात ऊर्जा विकास निगम से प्रोजेक्ट

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दिव्यराष्ट्र, मुंबई: जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड (बीएसई: 542851) (एनएसई: GENSOL), सोलर पावर इंजीनियरिंग, सर्विसेज और कंस्ट्रक्शन (EPC) सर्विसेज तथा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेक्टर में लीडिंग, 250 मेगावाट/500 मेगावाट स्टैंडअलोन बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (GUVNL) से परियोजना के लिए एक सफल बिडर (बोलीदाता) के रूप में उभरा है।

यह प्रोजेक्ट गुजरात राज्य की डिस्कॉम पीक और ऑफ-पीक घंटों के दौरान “ऑन-डिमांड” बेसिस पर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई करेगी, जिससे सोलर घंटों से परे रिन्यूएबल एनर्जी की उपलब्धता बढ़ेगी, इससे एनर्जी स्टोरेज खरीद दायित्वों को पूरा किया जाएगा और ग्रिड का लचीलापन बढ़ाया जाएगा। यह प्रोजेक्ट हर दिन दो चार्ज/डिस्चार्ज साइकिल्स के लिए 250 मेगावाट/500 मेगावाट एनर्जी देगी। जीयूवीएनएल (GUVNL) के निर्णय पर समान नियम और शर्तों पर 250 मेगावाट/500 मेगावाट की दूसरी किश्त देने का एक ग्रीनशू ऑप्शन है; ग्रीनशू ऑप्शन के प्रयोग के मामले में  यह प्रोजेक्ट 500 मेगावाट / 1000 मेगावाट तक पहुंच सकता है, जिससे संभावित रूप से 12-वर्षीय बैटरी एनर्जी स्टोरेज परचेज एग्रीमेंट  (BESPA) कार्यकाल में लगभग 2680 करोड़ रुपये का टोटल रेवेन्यू  उत्पन्न होगा।

भारत में बीईएसएस (BESS) के भविष्य और इस क्षेत्र के विकास को आगे बढ़ाने में जेनसोल की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में आशावाद व्यक्त करते हुए, जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर  अनमोल सिंह जग्गी ने कहा कि, “यह जेनसोल के लिए गर्व का क्षण है। जीयूवीएनएल बीईएसएस (GUVNL BESS) प्रोजेक्ट के लिए यह लैंडमार्क न केवल रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में जेनसोल की विशेषज्ञता और विश्वसनीयता को उजागर करता है बल्कि हमारे भविष्य के प्रयासों के लिए एक स्पष्ट दिशा भी निर्धारित करता है। यह इनोवेटिव और सस्टेनेबल सॉल्यूशंस के माध्यम से भारत के एनर्जी ट्रांजिशन गोल्स  का समर्थन करने के लिए जेनसोल की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। भारत में बीईएसएस (BESS) बाज़ार तेजी से विकास के लिए तैयार है, और जेनसोल इस परिवर्तन का नेतृत्व करने के लिए सबसे आगे है। इस परियोजना को सुरक्षित करने से हम रिन्यूएबल एनर्जी लैंडस्केप में एक लीडिंग इंडस्ट्री प्लेयर के रूप में अपनी स्थिति को मज़बूत करते हुए, भारत में बीईएसएस (BESS) के भविष्य को आगे बढ़ाते हुए, इंडियन  एनर्जी मार्केट पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने में सक्षम होंगे।”

रिन्यूएबल एनर्जी इंटीग्रेशन और ग्रिड अनिश्चितताओं के प्रबंधन के लिए दुनिया भर में बैटरी एनर्जी स्टोरेज  का तेजी से उपयोग किया जा रहा है। इस परियोजना के हिस्से के रूप में, जेनसोल एडवांस्ड एनर्जी मेनेजमेंट सिस्टम्स के साथ संयुक्त अत्याधुनिक एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशंस देगा, जो मज़बूत उपलब्धता और एफिशिएंसी स्टैंडर्ड का अनुपालन सुनिश्चित करेगा। यह परियोजना बढ़ती वैश्विक मांग को पूरा करने वाले विश्वसनीय और एनर्जी-एफिशिएंट स्टोरेज  सॉल्यूशंस देने की कंपनी की क्षमता को रेखांकित करती है। देश में स्टैंडअलोन बीईएसएस (BESS) की पहली प्रमुख परियोजनाओं में से एक होने के नाते, सरकार के मज़बूत नीति समर्थन से बीईएसएस (BESS) में पर्याप्त वृद्धि होने की संभावना है। परियोजना को सुरक्षित करना जेनसोल की ईपीसी (EPC) क्षमताओं और वैल्यू चेन में एकीकरण की दिशा में प्रयासों का प्रमाण है, विशेष रूप से एडवांस्ड  केमिस्ट्री सेल-बेस्ड एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स में।

2012 में स्थापित, जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड, जेनसोल समूह की प्रमुख कंपनी, सोलर पावर सेक्टर पर ध्यान केंद्रित करते हुए इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (EPC) सेवाओं में विशेषज्ञता रखती है। 500 से अधिक पेशेवरों की एक मज़बूत टीम के साथ, जेनसोल ने ग्लोबली टर्नकी प्रोजेक्ट्स को क्रियान्वित करने में विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया है, जिसमें 770 मेगावाट से अधिक की कुल क्षमता वाली जमीन पर और छत पर सोलर इंस्टालेशन की गई हैं। सौर ऊर्जा से आगे बढ़ते हुए, जेनसोल ने पुणे, भारत में एक अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) उत्पादन सुविधा स्थापित की है, जो इलेक्ट्रिक तिपहिया और चार पहिया वाहनों को तैयार करने के लिए समर्पित है। जेनसोल ईवी को ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) से मंज़ूरी मिल गई है। भारत के ईवी लैंडस्केप में क्रांति लाने के प्रयास में, जेनसोल न केवल निर्माण करता है, बल्कि व्यापक ईवी लीजिंग सॉल्यूशंस भी देता है, जो विविध ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है, जिसमें पीएसयू (PSUs),  एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस, गवर्नमेंट एंटिटीज़, मल्टीनेशनल कारपोरेशंस, राइड-हेलिंग सर्विसेज़, एम्प्लॉयी ट्रांसपोर्ट कंपनियां, रेंटल सर्विसेज़ लॉजिस्टिक और लास्ट-माइल डिलीवरी इंटरप्राइजेज़ शामिल हैं।  हाल ही में, जेनसोल ने रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अपनी पेशकश को बढ़ाने के लिए स्कॉर्पियस ट्रैकर्स का अधिग्रहण किया, जो एक इनोवेटिव और वर्ल्ड-क्लास बैंक द्वारा स्वीकृत योग्य सोलर ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी कंपनी है, जो मुख्य रूप से सोलर  पावर प्रोडक्शन के लिए सिंगल-एक्सिस ट्रैकर्स के डिज़ाइन, डेवलपमेंट, मार्केटिंग और सर्विसिंग में लगी हुई है।

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