इसरो प्रदर्शनी ने छात्रों में बढ़ाई वैज्ञानिक सोच और इनोवेशन की भावना
जयपुर,, दिव्यराष्ट्र/ जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी में आयोजित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) विज्ञान प्रदर्शनी के चौथे संस्करण का गुरुवार को समापन हुआ। यह दो दिवसीय प्रदर्शनी विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में छात्रों को प्रेरित करने का एक अनूठा प्रयास थी। समापन समारोह (वैलेडिक्टरी सेरेमनी) में मुख्य अतिथियों और विशिष्ट वक्ताओं ने कार्यक्रम की सफलता को सराहा।
इस आयोजन में राजस्थान के 107 स्कूलों के 12,000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। प्रदर्शनी में छात्रों के लिए वाटर रॉकेट लॉन्च का प्रदर्शन मुख्य आकर्षण रहा, जिससे विद्यार्थियों ने अंतरिक्ष विज्ञान की मूलभूत समझ प्राप्त की।
शिक्षकों के लिए “जेनरेटिव एआई फॉर एजुकेटर्स” वर्कशॉप
कार्यक्रम का एक अन्य महत्वपूर्ण आकर्षण शिक्षकों के लिए आयोजित “जेनरेटिव एआई फॉर एजुकेटर्स” पर विशेष वर्कशॉप रही। इस वर्कशॉप में शिक्षकों को बताया गया कि एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) से वह किस प्रकार लेसन प्लांस, और एजुकेशन स्ट्रेटजिस में सहायक होने और छात्रों के लिए प्रभावी शिक्षा प्रदान करने में कैसे मदद कर सकती है। साथ ही, इस बात पर जोर दिया गया कि एआई, शिक्षकों का स्थान नहीं लेती, बल्कि उनकी क्षमताओं को और बढ़ावा देती है।
स्पेस प्रोजेक्ट प्रदर्शनी:
नवाचार का लॉन्चपैड इसरो विज्ञान प्रदर्शनी में ‘स्पेस प्रोजेक्ट प्रदर्शनी’ का आयोजन किया गया, जिसमें जेईसीआरसी इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर (जेआईसी) द्वारा स्पेस टेक्नोलॉजी में स्टार्टअप्स ने अपने प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को नवाचार और रचनात्मकता के लिए प्रेरित करना था।
रचनात्मक कार्यशालाएं: छात्रों को मिले नए अनुभव प्रदर्शनी के दौरान स्टूडेंट्स के लिए कई रचनात्मक कार्यशालाएं आयोजित की गईं, जिनमें शामिल हैं:
फैंसी पास्ता मेकिंग
वायर ज्वेलरी मेकिंग
बी द रेडियो जॉकी
एसेंशियल ऑफ डिजिटल मीडिया मार्केटिंग
इन कार्यशालाओं ने छात्रों को नए कौशल सिखाने के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व विकास में भी मदद की।
समापन समारोह के दौरान यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर, विक्टर गंभीर ने कहा, “यह प्रदर्शनी न केवल विद्यार्थियों और शिक्षकों को नई संभावनाओं से जोड़ने का माध्यम बनी, बल्कि विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने का एक प्रभावशाली प्रयास भी रही। इस आयोजन की सफलता ने साबित किया कि राजस्थान के छात्रों और शिक्षकों में असीम संभावनाएं हैं।”
इसरो विज्ञान प्रदर्शनी 2025 ने पाठकों और शिक्षकों के लिए ज्ञानवर्धक अनुभव प्रदान किया और विज्ञान के क्षेत्र में उनके लिए नए आयाम खोले।