* वित्तीय समग्रता को मजबूत बनाने के लिए एफआईए में ‘हाईटेक’ (डिजिटल) और ‘हाई टच’ (मानव नेटवर्क) दृष्टिकोण का होता है प्रयोग
* भारत और नेपाल की अग्रणी फिनटेक कंपनी है एफआईए ग्लोबल
* 155 करोड़ रुपये प्रतिदिन से अधिक लेनदेन मूल्य भी हासिल
* एक करोड़ से ज्यादा महिला ग्राहकों को दी जा रही सेवा, बैंक खातों में पहुंचाए गए 14 हजार करोड़ रुपये
* आजीविका के स्थायी स्रोतों के लिए ऋण के माध्यम से वित्तीय कल्याण को दिया जा रहा है बढ़ावा
गुरूग्राम, दिव्यराष्ट्र/ ‘एफआईए ग्लोबल फाइनैंशियल इंक्लुशन सर्विसेज’ ने 10 करोड़ ग्राहकों का आंकड़ा पार कर लिया है। इनमें अलग-अलग ग्राहकों के अलावा सूक्ष्म उद्यम भी शामिल हैं। कुल ग्राहकों में एक करोड़ से ज्यादा महिलाएं हैं और 20 लाख से ज्यादा ने जनधन योजना और अटल पेंशन योजना जैसे सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में पंजीकरण कराया है। एफआईए ग्लोबल कमज़ोर आय वर्ग के लोगों के लिए डिजिटल भुगतान, ऋण और संग्रह, बीमा और वेल्थ मैनेजमेंट जैसी सेवाएं प्रदान करता है। इसने स्वदेश में विकसित बी2बी डिजिटल एप ‘फिनवेस्टा’ और भारत के 747 देशों में बैंकिंग प्रतिनिधियों के माध्यम से संभाले जाने वाले 45 हजार बैंक आउटलेट्स के नेटवर्क के जरिए स्वयं सहायता समूहों को पंजीकृत किया है।
एफआईए ग्लोबल राष्ट्रीयकृत बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों जैसे वित्तीय संस्थानों के साथ मिलकर उप नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे-छोटे वित्तीय उत्पाद उपलब्ध कराता है। वित्तीय उत्पादों को ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार फिर तैयार किया जाता है, जिससे उन्हें निवेश का प्रोत्साहन मिले और वे स्वयं को वित्तीय रूप से मजबूत बना सकें।
एफआईए ग्लोबल ने ‘फिनटैप’ नाम का बीटूसी डिजिटल ऐप भी विकसित किया है। इसमें बड़े पैमाने पर वित्ततीय उत्पादों को इकट्ठा करने, पुनः तैयार करने, इनकी सिफारिशों और वितरण के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, चेहरे की पहचान और नेचरल लैंग्वेंज प्रोसेसिंग जैसी तकनीकों का प्रयोग किया जाता है। कम साक्षरता वाले स्थानों पर ऐप में यूजर इंटरफेस और प्रयोग में आसानी के लिए आइकन्स का प्रयोग किया जाता है। ऐप के माध्यम से संचालनों का एक ही स्थान स केंद्रीय प्रबंधन और धोखाधड़ी की पहचान करना संभव है। फिनटैप को कम इंटरनेट कनेक्टिविटी की स्थिति में काम करने के लिए तैयार किया गया है।
एफआईए ग्लोबल ने 14 हजार करोड़ रुपये से अधिक रकम बैंक खातों तक पहुंचाने में योगदान दिया है और प्रतिदिन 155 करोड़ रुपये के लेनदेन मूल्य को पार कर लिया है। इसके ग्राहक 45 हजार गांवों और 4600 नगरों में फैले हुए हैं।
एफआईए ग्लोबल की को-फाउंडर और सीईओ सीमा प्रेम ने कहा, “हमें प्रसन्नता है कि हम 10 करोड़ लोगों और सूक्ष्म उद्यमों को बैंकिंग प्रणाली में लाए हैं और उन्हें ऋण के महंगे स्रोतों से दूर किया है। हमारा उद्देश्य नगद के डिजिटलीकरण से आगे जाना और आय पैदा करने के अवसर उपलब्ध कराकर स्थायी वित्तीय कल्याण करना है।”
एफआईए ग्लोबल के अनुसार, वित्तीय कल्याण के तत्वों में निम्नलिखित तत्व शामिल हैं :
● वित्तीय सुरक्षा, जो बैंक खातों में जमा से हासिल होती है।
● वित्तीय लचीलापन, जो चिकित्सा, जीवन बीमा और पेंशन से मिलता है, जिससे घरों को किसी आकस्मिक स्थिति में कोई झटका न लगे। एफआईए ग्लोबल का लक्ष्य अपने कम-से-कम 10 प्रतिशत ग्राहकों को वित्तीय रूप से लचीला बनाना है।
● स्थायी आजीविका के स्रोत तैयार करने के लिए आय पैदा करने वाले ऋणों के जरिए वित्तीय नियंत्रण और डेरी किसानों जैसे सूक्ष्म उद्यमों को डिजिटल प्रणाली से मदद पहुंचाना। यह प्रणाली वित्तीय लेनदेन का इतिहास सुरक्षित रखती है, जिससे ऋण तक पहुंच आसान हो जाती है।
एफआईए का अर्थ है – फियरलेसनेस, इंक्लूसिविटी और एजिलिटी; जो निर्भीकता, समग्रता और फुर्ती का संकेत हैं। 2012 में इसकी को-फाउंडर सीमा प्रेम ने इसकी स्थापना की थी। इससे पहले, उन्होंने एमआईटी, यूएसए से स्लोन फैलोज प्रोग्राम पूरा किया था।