
जोधपुर,, दिव्यराष्ट्र*\ फरहान अख़्तर की आने वाली फिल्म 120 बहादुर सिर्फ एक युद्ध पर आधारित कहानी नहीं, बल्कि उन जांबाज़ भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि है, जिन्होंने 1962 के भारत-चीन युद्ध में रेज़ांग ला की जंग में अपनी जान की बाज़ी लगा दी थी। 13 कुमाऊं रेजीमेंट के 120 सैनिकों की यह कहानी दिल को छू लेने वाली है, जो हिम्मत, जज़्बे और देशभक्ति का असली मतलब दिखाती है। फिल्म में फरहान अख़्तर मेजर शैतान सिंह के किरदार में नज़र आएंगे, वो वीर जिन्होंने अपने साथियों के साथ आख़िरी सांस तक लड़ाई लड़ी और इतिहास में हमेशा के लिए अमर हो गए।
अब फरहान अख़्तर जल्द ही जोधपुर, राजस्थान पहुंचने वाले हैं। जोधपुर जिले के बनासर गांव के वीर सपूत परमवीर चक्र विजेता मेजर शैतान सिंह की वीरता को नमन करते हुए फरहान उनके सम्मान में स्थापित प्रतिमा पर जाएंगे और श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। यह पल उनके लिए बेहद खास होगा, क्योंकि फिल्म 120 बहादुर में उन्होंने इसी महान योद्धा का किरदार निभाया है। फरहान का यह कदम न सिर्फ देश के वीर सपूतों के प्रति सम्मान का प्रतीक होगा, बल्कि इस फिल्म की आत्मा यानी साहस, समर्पण और देशभक्ति को भी और गहराई से दर्शाएगा।
“120 बहादुर” असल जिंदगी की उस शानदार कहानी पर आधारित है जिसमें 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान 120 भारतीय जवानों ने रेज़ांग ला की जंग में आख़िरी सांस तक दुश्मन का सामना किया। यह भारतीय सैन्य इतिहास की सबसे साहसी लड़ाइयों में से एक मानी जाती है। इस पूरी कहानी की जान है “हम पीछे नहीं हटेंगे।” यह लाइन फिल्म में हर जगह गूंजती है और देशभक्ति की भावना को खूबसूरती से पेश करती है।
फिल्म को रजनीश ‘रेज़ी’ घई ने डायरेक्ट किया है और इसे रितेश सिधवानी, फरहान अख्तर (एक्सेल एंटरटेनमेंट) और अमित चंद्रा (ट्रिगर हैप्पी स्टूडियोज़) ने प्रोड्यूस किया है। यह एक्सेल एंटरटेनमेंट की प्रोडक्शन है। फिल्म 21 नवंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।



