दिव्यराष्ट्र, जयपुर: ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के संयुक्त उपक्रम एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ने सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग, राजस्थान सरकार के अंतर्गत आने वाली संस्था राजकॉम्प इन्फो सर्विसेज लिमिटेड (आरआईएसएल) के सहयोग से राज्य में एक अनूठी ऊर्जा दक्षता पहल की शुरुआत की है।यह साझेदारी ई-मित्र नेटवर्क के व्यापक उपयोग के माध्यम से राजस्थान के नागरिकों के लिए ऊर्जा दक्ष समाधानों के प्रति जागरूकता और उनकी पहुंच को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है।
ऊर्जा बचत को लेकर ईईएसएल और आरआईएसएल ने मिलकर जयपुर में एक खास समीक्षा और प्रशिक्षण बैठक का आयोजन किया।इस सत्र की अध्यक्षता ईईएसएल के सीईओ श्री विशाल कपूर ने की। आरआईएसएल के संयुक्त निदेशक श्री उमेश चंद जोशी भी इसमें शामिल हुए।इसके अलावा ईईएसएल के श्री अनिमेष मिश्रा (मुख्य महाप्रबंधक एवं विक्रय व जनसंपर्क प्रमुख), श्री आदेश सक्सेना (रिटेल सेल्स प्रमुख)और श्रीमती सावित्री सिंह (पश्चिमी क्षेत्र प्रमुख) भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।बैठक का मुख्य मकसद था अब तक हुए कार्यों की समीक्षा करना और यह समझना कि ई-मित्र नेटवर्क के जरिए ऊर्जा दक्ष उत्पादों को और बेहतर ढंग से कैसे पहुंचाया जा सकता है।
कार्यक्रम में एक खास बात यह रही कि राज्य के अलग-अलग जिलों से चुने गए शीर्ष 30 ई-मित्र प्रतिनिधि ऑनलाइन जुड़े, जबकि स्थानीय सेवा प्रदाताओं (एलएसपी) ने मौके पर मौजूद रहकर जोश से भाग लिया।इन सभी को एलईडीबल्ब, ट्यूबलाइट, पंखे जैसे ऊर्जा बचाने वाले प्रोडक्ट्स को लोगों तक पहुंचाने और उनके प्रचार में शानदार काम करने के लिए सम्मानित किया गया।
इस इंटरएक्टिव ट्रेनिंग और प्रोग्रेस मीटिंग का मकसद था कि जो लोग इस पहल से जुड़े हैं, उन्हें नई जानकारी और उपकरणों से सशक्त बनाया जा सके।इस दौरान अब तक की प्रगति का रिव्यू, फील्ड से आए फीडबैक पर चर्चा, ई-मित्रों के लिए आरआईएसएलपोर्टल पर मौजूद ईईएसएलके नए प्रोडक्ट्स की जानकारी, लाइव डेमो और ऑर्डर करने के लिए ट्रेनिंग, और जमीनी स्तर पर आ रही दिक्कतों को समझने और सुझाव लेने के लिए खुली चर्चा का आयोजन किया गया।
संवाद के दौरान श्री कपूर ने जमीनी स्तर पर किए गए ई-मित्र प्रतिनिधियों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें विशेष रूप से ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों में ऊर्जा दक्ष समाधानों के प्रति जागरूकता और बिक्री बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।साथ ही, प्रतिभागियों को फील्ड रिपोर्ट प्रस्तुत करने और स्थानीय स्तर पर सामने आ रही चुनौतियों को साझा करने का अवसर दिया गया, जिनका समाधान ईईएसएलऔर आरआईएसएलके विषय विशेषज्ञों द्वारा सकारात्मक और रचनात्मक तरीके से किया गया।