दिव्यराष्ट्र, अहमदाबाद: ऑटोमोटिव उद्योग में अग्रणी दीपकमलने एक ही शहर में एक लाख से अधिक ऑटो-रिक्शा बेचकर, एक लाख से अधिक परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराया है। यह उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने के लिए इसे प्रतिष्ठित वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा सम्मानित किया गया है। यह सम्मान हाल ही मे लंदन, यूनाइटेड किंगडम स्थित ब्रिटिश संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में प्रदान किया गया।
इस सम्मान समारोह में यूके के शैडो मिनिस्टर ऑफ एनर्जी जॉय मॉरिसि, लेबर पार्टी के वरिष्ठ लीडर और ब्रिटिश सांसद वीरेंद्र शर्मा, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अध्यक्ष और सीईओ संतोष शुक्ला, अंतर्राष्ट्रीय सिद्धाश्रम शक्ति केंद्र के संस्थापक राजराजेश्वर गुरुजी, लंदन के पूर्व मेयर सुनील चोपड़ा और अन्य जानी-मानी हस्तियां शामिल हुई थी।
कंपनी की ओर से दीपकमल कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुज गुप्ता ने रिकार्ड प्रमाणपत्र प्राप्त किया। मीडिया से बात करते हुए, श्री गुप्ता ने आभार व्यक्त किया और समाज के व्यक्तियों को सशक्त बनाने और उन्हें “आत्मनिर्भर” बनने में मदद करने के लिए प्रभावी तरीके से समर्थन देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उनका कहना है कि, जिन्हें थोड़ी सहायता की आवश्यकता हो, ऐसे व्यक्तियों को सशक्त बनाने में मददरूप होना, यही समय की मांग है। उनकी प्रगति से ही भारतीय बाजार पहले से अधिक मजबूत हो सकेंगे। हमारे व्यावसायिक लक्ष्यों के साथ ही हमारा प्रयास निम्न आय वाले श्रमिकों को रोजगार समाधान उपलब्ध कराने तक ही सिमित नहीं है। किन्तु उन्हें आवश्यक वित्तीय साक्षरता और अवसर प्रदान करने तक सभी प्रकार की सहायता प्रदान करने की दिशा में भी हम प्रयासरत है।
इस पुरस्कार समारोह में 60 अन्य हस्तियों को भी समाज में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इसमें नोबल्स ऑफ कॉमनवेल्थ नेशंस अवार्ड और वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स सम्मान शामिल हैं।
इन उपलब्धियों का उत्सव मनाने के लिए इंग्लैंड, फ्रांस, कनाडा, ब्राजील, स्वीडन, रोमानिया, स्लोवेनिया, भारत, ओमान, कतर, कजाकिस्तान, जापान, नेपाल, इटली, ऑस्ट्रिया, अर्जेंटीना, अल्बानिया, डेनमार्क, कांगो और तंजानिया सहित 30 से अधिक देशों की प्रमुख हस्तियां उपस्थित रही थी।
दीपकमल ने वैश्विक मंच पर भारत को हाइलाइट करके ऑटोमोबाइल उद्योग में एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है। एक उद्योग समाज पर कैसे असरकारक और स्थायी प्रभाव छोड़ सकता है, यह दर्शाते हुए इसने विश्व के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा दिया है।