-छोटीकाशी के अकिंचन महाराज कराएंगे कथा श्रवण
-कथाओं के माध्यम से की जाएगी जरुरतमंदों की सेवा
जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ देश-प्रदेश में धर्म और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए हरिनाम संकीर्तन परिवार के तत्वावधान में डी डी ग्रुप की ओर से 108 श्री हनुमंत कथाओं का आयोजन किया जाएगा। इन सभी आयोजनों में व्यासपीठ से अंकिचनजी महाराज अपनी रसमयी वाणी में श्री हनुमंत कथा का रसपान करवाएंगे। आयोजक ओमप्रकाश शर्मा और सरिता दाधीच ने दिव्यराष्ट्र को बताया कि 108 कथाओं का आयोजन लगभग तीन वर्ष में संपन्न होगी। इन आयोजनों में श्री हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ, हरिनाम कीर्तन, गायत्री यज्ञ, संस्कार महोत्सव, पर्यावरण संरक्षण के लिए पौध वितरण, विद्यार्थियों को स्टेशनरी वितरण सहित अनेक परोपकारी कार्यक्रम भी समय-समय पर किए जाएंगे। 108 हनुमंत कथाएं विभिन्न मंदिरों और सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित होंगी।
इन सभी कथाओं की संपूर्ण व्यवस्था डी डी ग्रुप द्वारा की जाएगी। क्षेत्र के स्थानीय लोगों को केवल श्रोताओं के बैठने की व्यवस्था एवं स्थान उपलब्ध करवाना होगा। डी डी ग्रुप के निदेशक ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि ये कथाएं तीन अथवा पांच दिवसीय होगी। जो कि प्रतिदिन 3 घंटे चलेगी समय-समय पर संत-महंतों का आशीर्वाद एवं गणमान्य प्रबुद्धजनों का सान्निध्य मिलता रहेगा। जो भी भक्तगण अपने क्षेत्र के किसी मंदिर अथवा सार्वजनिक स्थान पर उक्त श्रृंखला के अन्तर्गत कथा करवाना चाहते है वे डी डी ग्रुप के सदस्यों एवं हरिराम संकीर्तन परिवार से सम्पर्क कर अपने क्षेत्र में कथा सुनिश्चित करवा सकते है।
पहली कथा दस जुलाई से:
108 कथाओं की श्रृखंला का प्रथम आयोजन 10 जुलाई से टोंक रोड के महावीरनगर स्थित श्रीराम मंदिर में होगा। अकिंचन महाराज इससे पहले सन् 2002 से 2005 तक 151 श्रीमद् भागवत् कथाएं की हैं।
सेवा की अलख जगाना उद्देश्य:
अकिंचन महाराज ने बताया कि श्री हनुमंत कथाओं के माध्यम से सेवा का संदेश पहुंचाना है। हनुमान जी भक्ति और सेवा के शिखर है। इसके बावजूद वे निरहंकारी है। अभिमान रहित होकर सेवा करना हनुमानजी महाराज के जीवन से ही सीखा जा सकता है। हमें विश्वास है कि इन कथाओं के माध्यम से लोग समाज, धर्म और संस्कृति की सेवा की प्रेरणा लेंगे।