प्लेसमेंट कंपनी का ठेका रद्द करने की मांग
कर्मचारियों में रोष, प्रशासन ने कहा पुलिस चौकी स्थापित हो
जयपुर। दिव्यराष्ट्र/ प्रताप नगर स्थित राज्य सरकार के स्टेट कैंसर संस्थान में कार्यरत वरिष्ठ नर्सिंग आफिसर से मारपीट के मामले ने चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों में रोष व्याप्त कर दिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र में स्थित यह अस्पतजाल ठेका कर्मियों और अस्पताल कर्मियों के बीच तनाव का केंद्र बन गया विभिन्न संगठनों ने इस संस्थान के लिए ठेके पर कर्मचारी उपलब्ध कराने वाली प्लेसमेंटकंपनी का ठेका रद्द कर उसे ब्लेक लिस्ट करने की मांग की है। पिछले दिनों हुई मारपीट का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। पीड़ित कर्मचारी की की ओर से प्रताप नगर थाने में आरोपित लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर न्याय की गुहार की गई है। पुलिस की ओर से मामला दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है।
पुलिस के अनुसार पीडित महेश चन्द गुप्ता ने मामला दर्ज करवाया है कि वह स्टेट कैन्सर संस्थान में कार्यरत सीनियर नर्सिंग आफिसर है और उसे ठेका कर्मचारी की उपस्थिती पाइन्ट पर कर्मचारियो की उपस्थिती प्रमाणीकरण के लिए नियुक्त किया हुआ है। जिनमें से अधिकांश कर्मचारी पाइन्ट पर ही मिलते है लेकिन कुछ कर्मचारी जो पाइन्ट पर अनुपस्थित मिलते है, उन कर्मचारियों की अनुपस्थिती दर्ज करने अथवा उन्हें ड्यूटी पॉइंट पर रहने के लिए पाबंद करने से ऐसे लोग उनसे दुर्भावना रखते है। इसी के चलते एक मार्च को सुबह ब्लड बैंक में निरीक्षण के दौरान ठेका कर्मी अजय एवं प्रकाश मेरे पास आए और बोले कि सुपरटेंडेंट बुला रहे है ऐसा झूठ बोलकर ऊपर लाकरमेरे साथ मारपीट की मे नर्सिंग अधीक्षक कार्यालय भागा वहां पर अस्पताल गार्ड सीता ने उसकी कॉलर पकडी और मारपीट करते हुए अस्पताल परिसर गेट से बाहर ले गये। वहां पर सीता के साथ मंजू,और अन्य बाहरी (ठेका कर्मी)प्राइवेट ड्राइवर रवि व अन्य अपराधी तत्व लोगों ओर उनके सहयोगी थे ने भी मेरे साथ मारपीट की। इन लोगो ने लगभग 1/2 घंटे तक मुझे प्रताड़ित किया। मारपीट का महिला वीना ने विडियो बनाकर वायरल कर उसकी छवि भी खराब कर दी। पीड़ित ने बताया कि इस प्रकरण की घटना की सूचना उसने लिखित में चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय को उसी दिन 1 मार्च को दे दी थी,। पर 3 तारिख तक कोई कारवाही नहीं की। जबकि चिकित्सा अधीक्षक को राजस्थान चिकित्सा परिचर्या सेवाकर्मी अधिनियम 2008 के अंतर्गत विभाग को घटना की रिपोर्ट उसी दिन पुलिस को करनी थी, जो नहीं की, उसी दिन शाम को उसके साथ हुई और मारपीट का वीडियो वायरल हो गया। और इस घटना में लिप्त आरोपी उसे डराने और धमकाने लग गए। तीन मार्च को उसने सुप्रीडेंट चिकित्सा अधीक्षक को फिर से कार्रवाई की मांग की तो सुप्रीडेंट चिकित्सा अधीक्षक ने उसकी और आरोपित पक्ष की लिखित में शिकायत लेकर संबंधित थाना प्रताप नगर को भेजे दी। पीड़ित ने बताया कि मिल रही धमकियों और अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर मजबूरन मुझे 4 मार्च को व्यक्तगत तौर पर थाने जाकर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाना पड़ा। मारपीट करने वाली महिलाए मुझ पर झूठे आरोप लगा रहीं हैं
नर्सिंग अधीक्षक शशिकांत शर्मा ने बताया कि मारपीट के घटना के बाद सिक्योरिटी गार्ड सीता और महेश चंद उनके पास आए थे और दोनों अपनी मर्जी से समझौता कर लिया था इसलिए उन्होंने आगे कार्रवाई नहीं की।
चिकित्सा अधीक्षक संदीप जसुजा ने बताया कि घटना बाद मैंने जानकारी ली तो पता लगा कि नर्सिंग अधीक्षक ने समझौता करवा दिया है। इस कारण आगे कोई कार्यवाही नहीं की। लेकिन जब 3 मार्च को दोनों ने लिखित में शिकायत दी तो उन्होंने संबंधित थाने में घटना की जानकारी दी। थाने ने परिवाद जमा कर लिए और आगे की कारवाही जारी है। बाकी जांच का विषय है। ओर उक्त संबंधित सिक्योरिटी ठेकेदार को बुलाकर उसे पाबंद किया और मारपीट के आरोपीयो को कार्य से हटा दिया है l
राजस्थान नर्सेज प्रदेश अध्यक्ष भूदेव धाकड़ ने बताया कि स्टेट कैन्सर संस्थान प्रतापनगर में नर्सिंग आफिसर के साथ हुई घटना की संपूर्ण नर्सेज कर्मचारी निंदा करता है। संघ नर्सिंग आफिसर के साथ खड़ा है। आगे भविष्य ने ऐसी कोई दुबारा घटना ना हो उसके लिए आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। यदि प्रकरण मे जल्द न्यायपूर्ण कार्यवाही नहीं हुयी तो आंदोलन शुरू किया जायेगा दूसरी तरफ सेंटर प्रशासन ने इस क्षेत्र में पुलिस चौकी स्थापित करने की उच्च अधिकारियों से मांग की है।