Home बिजनेस सीएमए ने इंफ्रास्ट्रक्चर विकास पर फोकस को लेकर संतुष्टि जताई

सीएमए ने इंफ्रास्ट्रक्चर विकास पर फोकस को लेकर संतुष्टि जताई

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जयपुर/दिव्यराष्ट्र/ सीमेंट निर्माता संघ (सीएमए) ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए 2025-26 के बजट को लेकर अपनी संतुष्टि जताई। इस बजट में भारत की आर्थिक विकास के लिए एक मजबूत और दूरदर्शी योजना पेश की गई है, जिसमें ग्रामीण और शहरी विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश में बढ़ोतरी, रोजगार सृजन और लोगों, अर्थव्यवस्था और नवाचार में रणनीतिक निवेश पर जोर दिया।
सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीएमए) प्रेसिडेंट और श्री सीमेंट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर
नीरज अखोरी ने कहा कि सीएमए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रस्तुत केंद्रीय बजट की सराहना करता है, जो कि समग्र और समावेशी विकास पर ध्यान केंद्रित करता है। बजट भारत के विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत और सुदृढ़ अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में एक परिवर्तनकारी यात्रा को और सशक्त बनाता है। सरकार द्वारा घोषित विभिन्न पहलों ने लोगों की आकांक्षाओं और देश की आर्थिक वृद्धि की भविष्य की जरूरतों के बीच सही संतुलन बनाए रखा है। राज्यों में इंफ्रास्ट्रक्चर में बढ़ी हुई निवेश प्राथमिकता सीमेंट क्षेत्र के विकास के लिए नए अवसर और रास्ते खोलती है। हम इंफ्रास्ट्रक्चर पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने की सराहना करते हैं। साथ ही, हम राष्ट्र की प्रगति में साझेदार बनने की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि बड़े पैमाने पर हाउसिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर बढ़ता खर्च निर्माण सामग्री की माँग में भी वृद्धि करेगा, जिससे क्षमता विस्तार और सतत प्रथाओं में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। हमें पूरा यकीन है कि इन चुनौतियों के बावजूद, ये उपाय सीमेंट उद्योग को इस वित्तीय वर्ष में स्थापित सीमेंट क्षमता के 6 प्रतिशत से अधिक की लगातार विकास दर हासिल करने में मदद करेंगे। बजट 2025-26 में किए गए नीतिगत सुधार सरकार के समाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की मंशा को जाहिर करते हैं।
पार्थ जिंदल, वाइस प्रेसिडेंट, सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीएमए) और मैनेजिंग डायरेक्टर, जेएसडब्ल्यू सीमेंट लिमिटेड, ने कहा कि वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट एक दूरदर्शी रोडमैप है। यह वर्ष 2047 के ‘विकसित भारत’ की हमारी दृष्टि के अनुरूप है और भारत के सीमेंट उद्योग के भविष्य को बेहतर बनाने में अहम् भूमिका निभाएगा। यह इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग और टेक्नोलॉजी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में वृद्धि को प्राथमिकता देता है। टेक्नोलॉजी में बढ़ा हुआ निवेश हरित सीमेंट समाधानों में प्रगति को तेज करेगा, जिससे उद्योग में स्थिरता और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। उम्मीद है कि महत्वपूर्ण आवंटनों से सीमेंट क्षेत्र सहित मुख्य क्षेत्रों में वृद्धि को मजबूती मिलेगी। इनमें नवाचार को बढ़ावा देने के लिए 20,000 करोड़ रुपए और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए राज्यों को पूँजी खर्च पर 50 साल तक बिना ब्याज के 1.5 लाख करोड़ रुपए के ऋण शामिल हैं।

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