सर्वमङ्गलमाङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके । त्र्यम्ब शरण्ये गौरी नारायणि नमोऽस्तु ते ॥
अर्थ: 1: (हे नारायणी आपको नमस्कार है) जो सभी शुभों में शुभ है, स्वयं शुभ है , सभी शुभ गुणों से परिपूर्ण है , और जो भक्तों के सभी उद्देश्यों (पुरुषार्थ – धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) को पूरा करती है ।
श्री जनक लली श्री किशोरी जी श्री सीता जी के जन्म दिवस की हार्दिक बधाइयां।।।
दिनांक 17 मई 2024 वैशाख शुक्ल नवमी शुक्रवार को ठिकाना मंदिर श्री रामचंद्र जी चांदपोल बाजार जयपुर में श्री जानकी नवमी का उत्सव मनाया जायेगा। श्री जानकी जी के प्राकट्य उत्सव में प्रातः 11 बजे से पंचामृत अभिषेक होगा। पश्चात् श्री जनक लली सरकार के अलौकिक श्रृंगार के एवम जन्म आरती के दर्शन दोपहर 2 बजे होंगे।
वर्ष में सिर्फ 1 बार होने वाले इन दर्शन में विशेष यह रहता है _
“श्री सीता जी के चरण कमल”
श्री आदिशक्ति जगत जननी श्रीजानकी जी के चरण कमल दर्शन केवल आज के दिन ही मिलते है।
तो वर्ष भर में केवल 1 दिन ही सौभाग्य से होने वाले इन दर्शनो का लाभ प्राप्त करें।
जिन चरन वंदन से सारे संकट, दुःख दूर हो जाते है। उनके दर्शन लाभ से सबका मंगल की कामना करें।