जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ थेलिसिमिया पीड़ित बच्चो के लिए बोनमेरो ट्रांसप्लांट दूसरा जीवन दे सकता है, कम उम्र के थैलीसीमिया पीड़ित बच्चो के लिए ये वरदान है। ये बात एपेक्स हॉस्पिटल के सीनियर हिमेटो ऑनकोलॉजिस्ट डॉ. आशीष वर्मा सोनी ने शुक्रवार को बोनमेरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) पर गत एक साल में किए गए सफल मामलो की जानकारी देने के लिए आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल के दौरान एक दर्जन सफल बीएमटी (मल्टीपल माइलोमा एवम लिंफोमा- होडकिन एवम नॉन होडकिन) हॉस्पिटल टीम की और से की गई है, मरीज के ट्रांसप्लांट के तीन माह बाद के परीक्षण भी 100 प्रतिशत सफल आए।
डॉ. सोनी ने बताया कि कैंसर के मरीज यदि शुरुआती स्टेज पर ही एक्सपर्ट के संपर्क में आ जाए तो सफल इलाज संभव है। उन्होंने बताया कि बीएमटी लाइफ सेविंग ट्रीटमेंट है, एवम हॉस्पिटल में सरकारी योजनाओं के अंतर्गत कई मरीजों का पूरी तरह निशुल्क बीएमटी इलाज किया गया है। उन्होंने बताया कि बीएमटी में अभी सारे ट्रांसप्लांट ऑटोलोगस किए गए है, जिसमे मरीज का ही अस्थिमज्जा (स्टेम सेल) ट्रांसप्लांट किया गया है और आने वाले समय में एलोजेनिक ट्रांसप्लांट भी किए जाएंगे।
इस दौरान हॉस्पिटल के ऑनकोलॉजी मार्केटिंग हेड दीपक शर्मा ने बताया कि हॉस्पिटल में स्पेसिफिक बीएमटी आईसीयू का निर्माण किया गया है, ताकि मरीजों की पोस्ट ट्रांसप्लांट केयर बेहतर तरीके से किया जा सके। कार्यक्रम के दौरान डा. सोनी ने कहा कि थैलीसीमिया पीड़ित बच्चो को भी बीएमटी के जरिए स्थाई रूप से ठीक किया जा सकता है।