नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र/दक्षिण एशिया में एक्सप्रेस एयर, इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्टेशन और डिस्ट्रीब्यूशन सेवाएँ उपलब्ध कराने वाली प्रमुख कंपनी, ब्लू डार्ट ने दिल्ली के बिजवासन में भारत की सबसे बड़ी लो-इमिशन इंटीग्रेटेड ऑपरेटिंग फैसिलिटी को लॉन्च किया। इस फैसिलिटी में सोलर पावर इंस्टालेशन लगाए गए हैं, जो उत्तर भारत और देश के बाकी हिस्सों के बीच कई हवाई और जमीनी सेवाओं को जोड़ती है। इस तरह कंपनी ने ऑपरेशनल एक्सीलेंस और एनवायरमेंटल स्टीवार्डशिप की दिशा में लगातार आगे बढ़ते हुए एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
यह फैसिलिटी दिल्ली के बिजवासन इलाके में द्वारका एक्सप्रेसवे के निकट बेहद महत्वपूर्ण स्थान पर मौजूद है, जहाँ से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट सिर्फ़ 20 मिनट की दूरी पर है। इसी वजह से यह बेहद महत्वपूर्ण लॉजिस्टिक्स हब बनने वाला है, जिससे उत्तरी भारत के साथ-साथ उससे आगे तक की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। बिजवासन फैसिलिटी से आईजीआई एयरपोर्ट, भारतीय रेलवे, मेट्रो कॉरिडोर और प्रमुख नेशनल हाईवे तक सीधी पहुँच की सुविधा उपलब्ध है, साथ ही यह बड़े सहज तरीके से आगामी गति शक्ति लॉजिस्टिक्स कॉरिडोर से जुड़ने वाली है।
अत्याधुनिक सुविधाओं वाली यह फैसिलिटी 2.5 लाख वर्ग-फुट के दायरे में फैली है, जो पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान के अनुरूप है, और फ्रेट मूवमेंट को मजबूती देने के साथ-साथ बेहद दमदार मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करती है। यह फैसिलिटी इस बात की मिसाल है कि, ब्लू डार्ट भारत के एक्सप्रेस लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर को आगे बढ़ाने पर लगातार ध्यान दे रहा है।
लॉन्च के मौके पर डीएचएल ग्रुप के सीईओ, टोबिएस मेयर ने लो-इमिशन ऑपरेशंस की अहमियत पर जोर देते हुए कहा, “हम ‘द ग्रीन लॉजिस्टिक्स प्रोवाइडर ऑफ़ चॉइस’ बनना चाहते हैं, क्योंकि हमारी इंडस्ट्री में सस्टेनेबिलिटी ही हमें दूसरों से अलग बनाती है। हमारे लिए अपने ग्राहकों की डीकार्बोनाइजेशन जर्नी में सहयोग देना सबसे ज्यादा मायने रखता है, और इसलिए हम लो-कार्बन लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस में सबसे आगे बने हुए हैं। यह फैसिलिटी इस बात की मिसाल है कि, हम पूरी दुनिया में अधिक कुशल, अधिक सस्टेनेबल लॉजिस्टिक्स के संकल्प पर कायम है, साथ ही भारत की आर्थिक क्षमता में हमारे निवेश को भी मजबूत करती है।”
डीएचएल ईकॉमर्स के सीईओ, पाब्लो सियानो ने इस फैसिलिटी के स्ट्रैटीजिक वैल्यू के बारे में बात करते हुए कहा, “इस उपलब्धि से जाहिर होता है कि हम बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और इनोवेटिव सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने पर खास ध्यान दे रहे हैं, जो हमारे ग्राहकों को सक्षम बनाता है और उनके विकास को बढ़ावा देता है। सस्टेनेबिलिटी और ऑपरेशनल एक्सीलेंस हमारे बुनियादी सिद्धांत है जो हमारी ग्लोबल स्ट्रेटजी का सबसे अहम हिस्सा बने हुए हैं, और यह फैसिलिटी हमारे उसी विज़न की एक मिसाल है।”
चर्चा को आगे बढ़ाते हुए ब्लू डार्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर, बॅलफर मैनुअल ने कहा, “हमारी बिजवासन फैसिलिटी सिर्फ़ इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश से कहीं बढ़कर है— यह इस बात की मिसाल है की ब्लू डार्ट सस्टेनेबिलिटी, स्केलेबिलिटी और अव्वल दर्जे की सेवाओं के अपने संकल्प पर कायम है। भारत के सबसे बड़े लो-इमिशन इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स हब होने के नाते, यह फैसिलिटी हमारी डिस्ट्रीब्यूशन की क्षमता को बढ़ाती है, साथ ही अधिक कुशल एवं सस्टेनेबल कार्गो मूवमेंट के हमारे वादे को भी मजबूती देती है। हमने अत्याधुनिक सुविधाओं वाली फैसिलिटी के साथ अपने नेटवर्क के दायरे को बढ़ाकर और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी को अपनाकर, अपने ऑपरेशंस में फ्लैक्सिबिलिटी, एक्यूरेसी एवं स्पीड को आगे बढ़ाना जारी रखा है। इस तरह के निवेश ब्लू डार्ट को उभरते अवसरों का लाभ उठाने और हमारे ग्राहकों एवं भागीदारों को उम्मीद से बढ़कर वैल्यू प्रदान करने में सक्षम बनाते हैं।”
इस फैसिलिटी में पैलेटाइज्ड कार्गो हैंडलिंग के लिए तमाम सुविधाएं मौजूद हैं, जो हर दिन 5.5 लाख से अधिक शिपमेंट (इनबाउंड एवं आउटबाउंड) को संभालने की क्षमता के साथ-साथ अधिक मात्रा में शिपमेंट के लिए कार्गो थ्रूपुट को ऑप्टिमाइज करती है। अत्याधुनिक ऑटोमेटेड सिस्टम की मदद से सॉर्टिंग की प्रक्रिया काफी सटीक और तेज़ हो जाती है, जिससे मैनुअल हैंडलिंग की जरूरत कम होती है तथा बिजनेस की लगातार सामने आने वाली माँगों को पूरा करने के लिए संसाधनों के उपयोग में सुधार होता है।