समाज के प्रति दायित्व निभाने या उसे अपने योगदान से वापिस देने की अवधारणा काफी बदल गई है। कॉर्पोरेट संगठन “फोकस्ड प्रोग्राम्स-केंद्रित कार्यक्रम” कर रहे हैं जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाएंगे। ये कहना है बिरला कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री संदीप घोष का। श्री घोष “कॉर्पोरेट एंड लायंसः क्रिएटिंग ए सोशल इम्पैक्ट”, नाम से आयोजित सेशन के पहले प्रवक्ता थे। इस दौरान अपने संबोधन में श्री घोष ने यह स्पष्ट कर दिया कि कॉर्पोरेट स्पष्ट उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए हितधारकों को संगठित करने के लिए सक्षम भागीदारों के साथ काम करना पसंद करते हैं। बिरला कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमपी बिरला ग्रुप) को लायंस इंटरनेशनल द्वारा जियो वर्ल्ड सेंटर, बीकेसी, मुंबई में “द गिव कॉन्क्लेव” (27-28 जनवरी 2024) में अपनी कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) गतिविधियों में भाग लेने और उनको प्रदर्शित करने के लिए आमंत्रित किया गया था।
श्री घोष ने लायंस क्लब से “द गिव कॉन्क्लेव” के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अपनी गतिविधियों को कॉर्पोरेटस के सीएसआर लक्ष्यों के साथ जोड़ने का आह्वान किया ताकि तय लक्ष्यों के अनुसार सामाजिक प्रभाव पैदा करने के लिए सहयोग को बढ़ाया जा सके।
श्री घोष ने खास तौर पर कहा कि एमपी बिरला समूह प्रियंवदा बिरला अरविंद नेत्र अस्पताल, कोलकाता और दुर्गापुर के माध्यम से नेत्र देखभाल के क्षेत्र में अरविंद ग्रुप ऑफ आई हॉस्पिटल्स, मदुरै के साथ सहभागिता में व्यापक काम कर रहा है। उन्होंने सुविधाओं से वंचितों के लिए नेत्र देखभाल और मोतियाबिंद ऑपरेशन के क्षेत्र में लायंस क्लब के साथ सहयोग करने की भी इच्छा व्यक्त की।
“द गिव कॉन्क्लेव” स्थल पर बिरला कॉर्पोरेशन लिमिटेड के स्टॉल पर तस्वीरों और टेक्स्ट के माध्यम से कंपनी की सीएसआर गतिविधियों पर प्रकाश डाला गया। फोकस इस पर थाः
रोजगार क्षमता बढ़ानाः कृषि और गैर-कृषि-आधारित गतिविधियों और व्यावसायिक प्रशिक्षण के माध्यम से कमजोर वर्गों, विशेष रूप से महिलाओं का सामाजिक उत्थान।
शिक्षा सहायताः यह सुनिश्चित करना कि सुविधाओं से वंचित बच्चे स्कूल में रहें और उनके पास बेहतर कौशल और क्षमताएं हों।
स्वास्थ्य और स्वच्छताः ग्रामीण समुदायों और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के बीच अंतर को पाटना और स्वस्थ व्यवहार के बारे में जागरूकता बढ़ाना।
बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर और पानी की उपलब्धताः पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने और भूजल स्तर को रिचार्ज करने के लिए प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन कार्यक्रम।
पर्यावरण और ऊर्जाः पौधारोपण गतिविधियों, बायोगैस यूनिट्स, सोलर लाइट्स और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट द्वारा हमारे ग्रह पृथ्वी को वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक खुशहाल स्थान बनाना।