मुंबई, दिव्यराष्ट्र/कोर काउंसल, काउंसल हब और काउंसल यूनियन का मानना है कि
आज के दौर में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित सेवाओं की मांग तेजी से बढ़ रही है, और इसी के साथ इस क्षेत्र में कुछ नकली कंपनियों का भी उदय हो रहा है जो लोगों को धोखा देने का काम कर रही हैं। इनमें से कुछ प्रमुख नाम कोर काउंसल, काउंसल हब, और काउंसल यूनियन हैं। ये कंपनियां न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठती हैं, बल्कि उन्हें उचित परामर्श और सेवाएं भी नहीं देतीं।
नकली मानसिक स्वास्थ्य कंपनियों की पहचान कैसे करें?
लाइसेंस और प्रमाणन की कमी: वास्तविक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों को सरकार या मान्यताप्राप्त संगठनों द्वारा लाइसेंस प्राप्त होता है। नकली कंपनियों के पास यह प्रमाणन नहीं होता, और वे इसका जिक्र करने से कतराते हैं।
गैर-पेशेवर वेबसाइट और सोशल मीडिया पेज: कई नकली कंपनियों की वेबसाइट्स और सोशल मीडिया पेज इतने आकर्षक दिखते हैं कि वे असली लग सकते हैं, लेकिन उनमें सामग्री और जानकारी की गहराई की कमी होती है। इन पेजों पर कोई विश्वसनीय जानकारी नहीं होती और आमतौर पर वे केवल सेवाओं के बारे में बात करते हैं, पर उनकी गुणवत्ता का कोई प्रमाण नहीं होता।
अत्यधिक शुल्क और गारंटी वादे: मानसिक स्वास्थ्य एक जटिल विषय है और इसमें कोई गारंटी नहीं दी जा सकती कि कोई उपचार निश्चित रूप से काम करेगा। नकली कंपनियां अक्सर अत्यधिक शुल्क लेती हैं और यह दावा करती हैं कि उनकी सेवाएं 100% असरदार हैं।
ग्राहकों से नकली समीक्षाएं: नकली कंपनियां अक्सर अपने वेबसाइट और सोशल मीडिया पर नकली समीक्षाओं का इस्तेमाल करती हैं ताकि वे वास्तविक दिखें। यह एक सामान्य तकनीक होती है जिससे वे लोगों को आकर्षित करने की कोशिश करती हैं।
इन कंपनियों से कैसे बचें?
प्रमाणित पेशेवरों से संपर्क करें: जब भी आप मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करना चाहें, तो हमेशा लाइसेंस प्राप्त मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों से ही संपर्क करें।
समीक्षाओं और संदर्भों की जांच करें: नकली समीक्षाओं से बचने के लिए विश्वसनीय वेबसाइट्स और जानकार लोगों से राय लें।
सावधानीपूर्वक फीस का विश्लेषण करें: यदि कोई कंपनी बहुत अधिक शुल्क ले रही है या आपको यह भरोसा दिला रही है कि उनकी सेवाएं 100% असर करेंगी, तो यह संदेहजनक हो सकता है।
कोर काउंसल, काउंसल हब, और काउंसल यूनियन जैसी नकली मानसिक स्वास्थ्य कंपनियों से सावधान रहें। ये कंपनियां लोगों के मानसिक स्वास्थ्य का लाभ उठाकर उनसे पैसा ऐंठने की कोशिश करती हैं। इसलिए, हमेशा सत्यापित और प्रमाणित पेशेवरों से ही सेवाएं लें और ऐसे धोखाधड़ी से खुद को बचाएं।