दिव्यराष्ट्र, मुंबई: एक्सिस मैक्स लाइफ इंश्योरेंस लिमिटेड (“Axis Max Life” / “Company”) ने अपने इंडिया प्रोटेक्शन कोशेंट (आईपीक्यू) सर्वे के सातवें संस्करण से पश्चिमी जोन के बारे में मिले निष्कर्ष जारी किए। यह सर्वे मार्केटिंग डाटा एवं एनालिटिक्स के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अग्रणी कंपनी कांतार के साथ मिलकर किया गया है। पश्चिमी क्षेत्र से मिले नतीजे फाइनेंशियल सिक्योरिटी को लेकर लोगों के रुझान में लगातार हो रहे सुधार की तस्वीर दिखाने वाले हैं। यहां टर्म इंश्योरेंस को लेकर जागरूकता बढ़ी है और लाइफ इंश्योरेंस का लॉन्ग टर्म फाइनेंशियल प्लानिंग के टूल के रूप में प्रयोग भी बढ़ा है। उल्लेखनीय है कि एक्सिस मैक्स लाइफ इंश्योरेंस लिमिटेड को पहले मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के नाम से जाना जाता था।
एक्सिस मैक्स लाइफ के चीफ डिस्ट्रीब्यूशन ऑफिसर सुमित मदान ने कहा, ‘प्रोटेक्शन कोशेंट के मामले में पश्चिमी जोन की सतत प्रगति उपभोक्ताओं की सोच में स्पष्ट बदलाव की तस्वीर दिखाती है। आईपीक्यू 7.0 एक मैच्योर होते बाजार का संकेत कर रहा है, विशेषरूप से वेतनभोगी वर्ग और मुंबई जैसे मेट्रो शहरों के निवासियों के बीच, जहां लोग बेसिक इंश्योरेंस ऑनरशिप से ज्यादा उद्देश्यपूर्ण फाइनेंशियल प्लानिंग की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। अब अधिकतर उपभोक्ता कम प्रीमियम के बजाय ज्यादा कवरेज को प्राथमिकता दे रहे हैं। लंबी अवधि में परिवार से जुड़े लक्ष्य उनके फैसले के केंद्र में हैं। यह फाइनेंशियल सिक्योरिटी के महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में लाइफ इंश्योरेंस को लेकर गहरी समझ का संकेत है। यह प्रगति उत्साह बढ़ाने वाली है, लेकिन खर्च उठाने की क्षमता विशेषरूप से स्वरोजगार वालों के लिए अभी भी सबसे बड़ी बाधा है। इससे भारत के जीवन बीमा उद्योग के सामने एक स्पष्ट अवसर है कि वह ज्यादा फ्लेक्सिबल (लचीला) व समावेशी समाधान पेश करे और एडवाइजरी आउटरीच मजबूत करे। ऐसा करने से न केवल प्रोडक्ट्स की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि यह कदम ज्यादा दृढ़ एवं सुरक्षित भारत के निर्माण में भी अहम भूमिका निभाएगा।’