दिव्यराष्ट्र, जयपुर: मि. संजय अग्रवाल, फाउंडर, एमडी एंड सीईओ, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, आरबीआई ने रेपो दर में 25-बेसिस पॉइंट्स की कटौती की घोषणा की। मौद्रिक नीति रुख में न्यूट्रल’ से एकोमोडेटिव’ में परिवर्तन किया है। यह दोनों ही कदम स्वागत योग्य है। हाल ही में टैरिफ घोषणाओं से जियो-इकोनॉमिक और जियो-पॉलिटिकल अनिश्चितता का माहौल बना है और इसका विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ना तय है। हालांकि, भारत कुछ अन्य देशों की तुलना में अपेक्षाकृत कम प्रभावित होगा। रिजर्व बैंक की ओर से इन भूकंपीय वैश्विक बदलावों के प्रति संवेदनशीलता और सतर्कता का प्रदर्शन सुखद है।
आगे बढ़ते हैं तो सामान्य मानसून और कमोडिटी कीमतों में नरमी को देखते हुए वित्त वर्ष 26 के लिए मुद्रास्फीति आउटलुक में नरमी का आकलन किया गया है, जिससे वृद्धिशील नीति की गुंजाइश बढ़ गई है। बैंकों के लिए हाल ही में तरलता में सुधार के प्रावधान किए गए हैं और रिजर्व बैंक ने विकास के लिए पर्याप्त तरलता प्रदान करने का आश्वासन भी दिया है। इससे दरों में कटौती की संभावना भी अच्छी बनी हुई है। इससे अर्थव्यवस्था में ब्याज दरों को कम करने ऋण-जमा संतुलन में सुधार करने और समग्र विकास को गति देने में सहायता मिलेगी।
संक्षेप में वैश्विक उथल-पुथल के बीच हम लंबी अवधि में व्यापक स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करने की नीति का स्वागत करते हैं।”
संजय अग्रवाल एमडी एवं सीईओ एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक