+एक वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा कुंभलगढ़
+राजस्थान की प्राकृतिक सुंदरता से नहीं की जाएगी छेड़-छाड़
+ जयपुर में 13 से 15 सितंबर को होगा आरडीटीएम का आयोजन
कुम्भलगढ़, दिव्यराष्ट्र/ राजस्थान की धरोहरों, शाही महलों, अद्वितीय वास्तुकला, समृद्ध विरासत, राजसी सजावट और भव्य शादियों के साथ-साथ प्रदेश के पारंपरिक रिवाजों को प्रमोट करने व बेस्ट वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में पहचान दिलाने के लिए फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (एफएचटीआर) प्रयासरत है। इस सिलसिले में एफएचटीआर और राजस्थान पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 16 जुलाई को कुम्भलगढ़ स्थित महुआ बाग रिसॉर्ट में ‘वेडिंग इन इंडिया – अपॉर्चुनिटी इन राजस्थान’ विषय पर इंटरैक्टिव सेशन का आयोजन किया गया साथ ही सवाल-जवाब का सिलसिला भी जारी रहा। जाहिर है राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने व पर्यटकों के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन्स को विकसित करने के उद्देश्य से एफएचटीआर द्वारा सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं जिसमें पीएम मोदी के विजनानुसार राजस्थान को बेस्ट डेस्टिनेशन वेडिंग प्लेस के नाम से पहचान दिलाना भी शामिल है। कार्यक्रम के दौरान सुमिता सरोच, संयुक्त निदेशक, राजस्थान टूरिज्म, कुलदीप सिंह चन्देला, प्रेसिडेंट, एफएचटीआर, सीए वीरेंद्र सिंह शेखावत, सेक्रेटरी जनरल, एफएचटीआर, सुरेंद्र सिंह शाहपुरा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, एफएचटीआर, महेंद्र सिंह राठौर, प्रेसिडेंट राटो, तरुण कुमार बंसल, प्रेसिडेंट, एचआरएआर, रणविजय सिंह, सेक्रेटरी, भरतपाल सिंह, प्रसिडेंट, होटल एसोसिएशन ऑफ कुम्भलगढ़, गोवर्धन सिंह, सेक्रेट्री, होटल एसोसिएशन ऑफ कुम्भलगढ़, नरेश अरोड़ा, चेयरमैन, रीजनल कमिटी, उदयपुर व गुजरात शामिल रहे।
सुमिता सरोच, संयुक्त निदेशक, राजस्थान टूरिज्म ने कहा………
कुम्भलगढ़ से मेरा पुराना नाता है। समय के साथ यहां बहुत बदलाव आया है, मैं चाहती हूं यहां की प्राकृतिक सुंदरता, जंगल, हरियाली हमेशा बनी रहे, भले ही दिन पर दिन होटल्स और रिसॉर्ट्स यहां बनाए जा रहे हैं लेकिन ज्यादा से जयादा पेड़-पौधे लगाकर और सस्टेनेबल चीजों का इस्तेमाल करके यहां के पर्यावरण को संरक्षित किया जाना चाहिए। कुंभलगढ़, एक वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है, लोग यहां छुट्टियों व शादियों के लिए आना पसंद कर रहे हैं। राजस्थान में आने वाले सभी प्रोजेक्ट्स से यही अनुरोध रहेगा कि प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता के साथ छेड़-छाड़ न की जाए। साथ ही यहां के होटल एसोसिएशन इसके अस्तित्व को बनाए रखें और विजिटर्स को बेस्ट एक्सपीरियंस देने के लिए प्रयासरत रहें इसी से सरकार का विजन साकार हो सकेगा।
कुलदीप सिंह चंदेला, प्रेसिडेंट, एफएचटीआर ने कहा…………
राजस्थान डोमेस्टिक ट्रैवल मार्ट का उद्देश्य देश के सभी बायर्स को यहां एकत्रित करना है जिससे विजिटर्स को एक ही छत के नीचे सभी तरह के होटल्स, टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल प्लानर्स से रूबरू होने का मौका मिलेगा जिससे वह उनकी सर्विसिज और प्रोडक्ट्स को ज्यादा से ज्यादा आसान तरीके से जान पाएंगे। इससे हॉलिडे और वेडिंग प्लान करने के विभिन्न विकल्पों के बारे में जानने का भी मौका मिलेगा। राजस्थान को डेस्टिनेशन वेडिंग्स के लिए विकसित करने का उद्देश्य यहां की खूबसूरती को लोगों तक पहुंचाना ही न कि यहां पर आने वाले प्रोजेक्ट्स इसकी काया पलट करने में लग जाएं।
ऑडिटोरियम का एक हॉल वेडिंग प्लानर्स को रहेगा डेडिकेटेड
ट्रैवल मार्ट के दौरान जहां एक ओर सभी टूर ऑपरेटर्स और ट्रैवल प्लानर्स के स्टॉल्स एक हॉल में लगाए जाएंगे वहीं दूसरी ओर एक हॉल सिर्फ वेडिंग प्लानर्स के लिए डेडिकेटेड रहेगा। इसके फलस्वरूप भविष्य में शादी की योजनाएं बनाने वाले परिवारों को न सिर्फ वेडिंग प्लान करने के विभिन्न तरीकों के बारे में जानने का मौका मिलेगा बल्कि वह शादी से जुड़े समस्त फंक्शन्स को प्लान करने में भी एक्सपर्ट्स से जानकारी ले पाएंगे।
कार्यक्रम का उद्देश्य* एफएचटीआर की ओर से 13 से 15 सितंबर, 2024 को जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में होने वाले चौथे डोमेस्टिक ट्रैवल मार्ट (आरडीटीएम) को सफल बनाना है जिसके लिए राजस्थान के विभिन्न शहरों में स्टेकहोल्डर्स मीट का आयोजन किया गया। चौथे आरडीटीएम की थीम ‘वेडिंग, इंसेंटिव, कॉन्फ्रेंस और इवेंट’ तय की गई है। आरडीटीएम 2024 में 200 से ज्यादा स्टॉल्स होंगी, जहां 600 से ज़्यादा प्रॉपर्टीज़ शोकेस की जायेंगी। हर स्टॉल पर 7-8 प्रॉपर्टी शोकेस होंगी, 1300 से अधिक बायर्स और मार्ट के दौरान 7 हजार से ज्यादा विजिटर्स के आने की संभावनाएं जताई जा रही है।
आरडीटीएम टूरिज्म सेक्टर के सभी स्टेक होल्डर्स को एक छत के नीचे हेरिटेज, एडवेंचर एक्टिविटी, वाइल्ड लाइफ, तीर्थ क्षेत्र, वेडिंग, इको एंड विलेज टूरिज्म आदि से जुड़े उत्पादों को शोकेस करने और बी2बी मीटिंग्स का अवसर देता है। चौथे संस्करण में विश्व स्तर पर यह संदेश पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा कि वेडिंग के लिए राजस्थान किस तरह सर्वश्रेष्ठ है। प्रदेश के पर्यटन को गति देने में यह कारगर साबित होगा। आरडीटीएम के चौथे संस्करण के आयोजन होटल्स एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एचआरएआर), इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) और राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (राटो), जोधाना होटल्स एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन (जारा), एसोसिएशन ऑफ डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स ऑफ इंडिया (एडीटीओआई) भी भूमिका निभा रहा है।