जयपुर, दिव्यराष्ट्र*/: लड़की की मुख्य भूमिका का खुलासा करने के बाद, सन नियो ने अपने अपकमिंग शो ‘प्रथाओं की ओढ़े चुनरी: बींदणी’ को लेकर दर्शकों की उत्सुकता और बढ़ा दी है। इस शो में अभिनेता आकाश जग्गा को हीरो की मुख्य भूमिका में पेश किया गया है, जो कुंदन का किरदार निभा रहे हैं। यह एक ऐसा किरदार है, जिसमें गहराई भी है और मजबूत जज़्बात भी, जो दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ने वाला है।
शो का प्रोमो राजस्थानी गाँव की एक पंचायत से शुरू होता है। इस दौरान, माहौल में रंग भी है, तनाव भी और पुराने रिवाजों का बोझ भी। इसी बीच एक शांत, लेकिन मजबूत इरादों वाली लड़की घेवर, एक पुराने रिवाज में फँस जाती है। “उसके परिवार पर कर्ज होने के कारण, उसे एक ऐसी प्रथा में धकेला जा रहा है, जिसके लिए उसने कभी हाँ नहीं कही। ऐसे वक्त में, जब लगता है कि अब कोई रास्ता नहीं बचा, उसी पल अमीर घराने का गंभीर और आत्मविश्वासी बेटा, कुंदन अचानक गाँव आ पहुँचता है। गाँव वालों के सामने वह घेवर को अपनी बींदणी (पत्नी) घोषित करता है, और उसे अपने साथ ले जाता है, मानो कोई एक जंजीर टूट गई हो।
लेकिन, क्या यह सच में एक बचाव है… या फिर सृष्टि का एक नया संयोग, जो उन्हें एक करने पर तुला है? कुंदन ने घेवर को क्यों बचाया? उसके और घेवर के बीच कौन-सा अटूट संबंध छिपा है? नियति ने उन दोनों के लिए क्या लिखा है? जानने के लिए इस कहानी से जुड़े।
अपने अनुभव साझा करते हुए अभिनेता आकाश जग्गा ने कहा, “मैं बहुत आभारी हूँ कि मुझे सन नियो के ‘प्रथाओं की ओढ़े चुनरी: बींदणी’ में लीड रोल निभाने का मौका मिला है। कुंदन के किरदार में इमोशंस के कई लेयर्स देखने को मिलेंगे और मुझे पूरा विश्वास है कि दर्शक भी उससे उतना ही जुड़ाव महसूस करेंगे, जितना मैंने किया। जब हमारे लेखक और निर्माता रघुवीर शेखावत सर ने मुझसे कहा कि तुम्हें यह रोल निभाने में बहुत मज़ा आएगा, इसमें बहुत कुछ एक्सप्लोर करने को है, तो वह बात मेरे दिल को छू गई। कुंदन का किरदार उसकी पिछली जिंदगी के अनुभवों से गढ़ा गया है और उसमें गहरी भावनात्मक परतें हैं। चूँकि, मैं खुद राजस्थान में जन्मा और पला-बढ़ा हूँ, इसलिए यह कहानी मेरे दिल के करीब है।”
उन्होंने आगे कहा, “राजस्थान पर आधारित कई शोज़ आए हैं, लेकिन बींदणी खास इसलिए है, क्योंकि इसकी कहानी बहुत ही अप्रत्याशित है। पहले ही एपिसोड से इसमें ऐसे उतार चढ़ाव देखने को मिलेंगे कि आप इसे देखने के लिए मजबूर हो जाएँगे। इसमें हर किरदार अलग और बेहतरीन तरीके से लिखा गया है, जिसकी अपनी एक अलग यात्रा है। शो की कहानी की गहराई ही इसे खास बनाती है।”
संस्कृति की जड़ों में रची-बसी और भावनाओं से सराबोर, ‘प्रथाओं की ओढ़े चुनरी: बींदणी’ एक साहसी महिला की कहानी है, जो परंपराओं और मुश्किलों के बीच अपनी किस्मत खुद लिखने के लिए संघर्ष करती है। यह सशक्त कहानी जल्द ही आपके सामने प्रस्तुत होगी।