सुरतगढ़, दिव्यराष्ट्र/: सुरतगढ़ के रामसरा जाखडान गाँव के निवासी अजय गोदारा, स्व.ओम प्रकाश गोदारा के पुत्र, स्व. रामचंद्र गोदारा के पौत्र, और राजेंद्र गोदारा के भतीजे हैं, का चयन भारत के 44वें वैज्ञानिक अंटार्कटिका अभियान के लिए हुआ है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में डॉक्टोरल शोधकर्ता अजय गोदारा, अंटार्कटिका के भारतीय अनुसंधान केंद्र ‘मैत्री’ में बर्फ की परतों का अध्ययन करेंगे। इस अभियान के माध्यम से वह बर्फ की हिम संतुलन और उसकी गतिशीलता को समझने के लिए महत्वपूर्ण डेटा इकट्ठा करेंगे।
अजय गोदारा, IIT बॉम्बे के प्रोफेसर राज़ रामसंकर्ण के निर्देशन में अपनी टीम के साथ उन्नत ड्रोन तकनीक का उपयोग कर अंटार्कटिका की बर्फीली सतह पर शोध कर रहे हैं। इस अध्ययन का उद्देश्य वहाँ हो रहे बदलावों को समझना है, जो बदलते पर्यावरण और जलवायु पर महत्वपूर्ण प्रकाश डालेगा।
यह अभियान नेशनल सेंटर फॉर पोलर एंड ओशन रिसर्च (NCPOR) द्वारा आयोजित है, जो भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन है। यह अजय की दूसरी अंटार्कटिका यात्रा है; इससे पहले उन्होंने 43वें भारतीय अंटार्कटिका अभियान में भी हिस्सा लिया था।
अजय गोदारा का यह चयन सुरतगढ़ और पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।