शिमला,, दिव्यराष्ट्र/ विविधीकृत अदाणी पोर्टफोलियो की सीमेंट और निर्माण सामग्री कंपनी एसीसी ने अदाणी फाउंडेशन के साथ मिलकर धौंकोठी-पंजगाईं वाटरशेड परियोजना के अंतर्गत टिकरी गांव में जल प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। एक नए टैंक के निर्माण से एक निष्क्रिय जल स्रोत को पुनर्जीवित किया गया, जिससे इसकी क्षमता मात्र 3,000 लीटर से बढ़कर 70,000 लीटर हो गई जिससे सिंचाई और दैनिक जरूरतों के लिए निरंतर जल आपूर्ति सुनिश्चित हुई।
इस हस्तक्षेप से पहले निवासियों को गर्मियों में पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ता था, सीमित आपूर्ति सूख जाती थी और खेती-बाड़ी व दैनिक जीवन दोनों प्रभावित होते थे। किसान हरिंदर सिंह ठाकुर याद करते हैं कि रबी के मौसम में सिंचाई लगभग असंभव थी। नए तालाब और पास में ही एक पुनर्जीवित बावड़ी के साथ वह एक हेक्टेयर गेहूँ की सिंचाई कर रहे हैं और अपने परिवार की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नकदी फसलें और सब्ज़ियां उगाने की योजना बना रहे हैं, जिससे उन्हें 15,000 रुपये की अतिरिक्त आय होगी। हरिंदर टिकरी के उन सात किसानों में से एक हैं जिन्हें इस पुनरुद्धार परियोजना से लाभ हुआ है।
यह समयोचित हस्तक्षेप, दीर्घकालिक जल सुरक्षा और टिकाऊ कृषि के प्रति एसीसी और अदाणी फाउंडेशन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। स्थानीय हितधारकों के साथ मिलकर काम करके, वे जलवायु और संसाधन चुनौतियों के बावजूद कृषि समुदायों को फलने-फूलने में मदद कर रहे हैं।