दिव्यराष्ट्र, मुम्बई: एक्सेल और टाइगर ग्लोबल बैक्डइंफ्रा.मार्केट भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते बिल्डिंग मटेरियल प्लेटफ़ॉर्म्स में से एक है और इसने बाज़ार सूत्रों के अनुसार, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास गुप्त रूप से अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया है।
विकास से जुड़े लोगों के मुताबिक, कंपनी लगभग 4,500 से 5,000 करोड़ रुपये जुटाने का सोच रही है, जो नए शेयर जारी करने और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा ऑफरफॉर सेल (ओएफएस) के संयोजन के ज़रिए होगा।
यह फाइलिंग SEBI के गोपनीय या “प्री-फाइलिंग” रूट के तहत की गई है, जो SEBI (पूंजी निर्गम और प्रकटीकरण आवश्यकताएं) विनियम, 2018 के अंतर्गत आता है। इस प्रक्रिया के ज़रिए कंपनियां अपना ड्राफ्ट ऑफर डॉक्युमेंट सार्वजनिक करने से पहले उसे निजी तौर पर रेगुलेटर के साथ साझा कर सकती हैं।
सूत्रों के मुताबिक, कंपनी ने कोटक इनवेस्टमेंट बैंकिंग, एचएसबीसी और गोल्डमैन सैक्स को अपने मर्चेंट बैंकर्स के रूप में नियुक्त किया है। हालांकि, कंपनी या उसके प्रवक्ता ने आईपीओ से जुड़ी किसी भी जानकारी या समयसीमा का खुलासा करने से मना कर दिया।
हाल ही में, इंफ्रा.मार्केट ने सीरीज़ G फंडिंग राउंड में 730 करोड़ रुपये जुटाए, जिससे प्रस्तावित आईपीओ से पहले कंपनी की बैलेंस शीट और अधिक मज़बूत हुई है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फंडिंग में कंपनी का मूल्यांकन 24,600 करोड़ रुपये ($2.8 बिलियन) बताया गया है।
इंफ्रा.मार्केट, जिसकी स्थापना 2016 में सौविक सेनगुप्ता और आदित्य शारदा ने की थी, भारत का सबसे तेज़ी से बढ़ता बिल्डिंग मटेरियल प्लेटफ़ॉर्म है, जो निर्माण क्षेत्र की पूरी वैल्यू चेन के लिए शुरुआत से अंत तक समाधान प्रदान करता है।