नई दिल्ली, नवंबर 2023.
स्किल इंडिया मिशन के प्रयासों को बढ़ावा देने और सेवानिवृत्त सशस्त्र सेवा कर्मियों की रोजगार क्षमता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तहत क्षेत्रीय कौशल विकास और उद्यमिता निदेशालय (आरडीएसडीई), तेलंगाना ने पूर्व सैनिक कल्याण विभाग (रक्षा मंत्रालय) के पुनर्वास महानिदेशालय (डीजीआर) के साथ साझेदारी की है। साझेदारी का उद्देश्य एयरोस्पेस और एविएशन (ड्रोन टेक्नोलॉजी), कैपिटल गुड्स और ऑटोमोटिव जैसे सेक्टर्स पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक कम्प्रेहैन्सिव रिसेटलमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम लागू करना है।
साझेदारी के तहत, यह कार्यक्रम सेवानिवृत्त होने वाले सेवा कर्मियों को नागरिक जीवन में, विशेष रूप से हाई-डिमांड वाले क्षेत्रों में पुन: शामिल करने की सुविधा प्रदान करेगा। कार्यक्रम को विकलांग सैनिकों, विधवाओं और आश्रितों सहित सशस्त्र सेवा कर्मियों के विविध स्किल सेट को पूरा करने के लिए सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया है, जो उनके सफल पुनर्वास के लिए 100% रोजगार के अवसर सुनिश्चित करता है। भारत भर के सभी 33 एनएसटीआई में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि सेवाओं से सेवानिवृत्ति के बाद 70,000 सशस्त्र बलों के कर्मियों का लाभकारी पुनर्स्थापन सुनिश्चित किया जा सके।
इस पहल की सराहना करते हुए, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने कहा, “हम अपने सशस्त्र सेवा कर्मियों को नागरिक जीवन में परिवर्तन के दौरान सशक्त बनाने के लिए समर्पित पहलों का नेतृत्व करने में बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। यह भागीदारी उस यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है। हाई डिमांड वाले प्रमुख क्षेत्रों पर हमारा ध्यान सेवानिवृत्त सेवा कर्मियों के लिए व्यक्तिगत रिसेटलमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। यह न केवल जॉब देने बल्कि उन लोगों के लिए संतोषजनक करियर सुनिश्चित करने के प्रति हमारे समर्पण का प्रतीक है जिन्होंने साहसपूर्वक हमारे देश की सेवा की है। कौशल विकास को प्राथमिकता देकर, हमारा लक्ष्य हमारे सशस्त्र सेवा सदस्यों के लिए डायनमिक सिविलियन वर्कफोर्स में एक सहज और निर्बाध परिवर्तन की सुविधा प्रदान करना है, जो हमारे राष्ट्र की समृद्धि में सक्रिय रूप से योगदान देते हुए उनके व्यक्तिगत विकास का सहयोग करना है।
इन कर्मियों का दशकों का ऑन-फील्ड अनुभव इंडस्ट्री के लिए सराहनीय होगा। इस पहल के साथ, हम हाई-डिमांड सेक्टर में काम की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बेस्ट माइंड का उपयोग कर सकते हैं।”
रिसेटलमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम सशस्त्र सेवा कर्मियों के लिए एक व्यापक पाठ्यक्रम प्रदान करता है, जिसमें राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआई) विद्यानगर और एनएसटीआई रामनाथपुर में संचालित तीन विशेष कोर्स शामिल हैं। एनएसटीआई विद्यानगर में तीन महीने तक चलने वाले प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी कोर्स में चार सप्ताह वेल्डिंग टेक्नोलॉजी, एक सप्ताह मेट्रोलॉजी और इंजीनियरिंग इंस्पेक्शन, तीन सप्ताह ऑटो सीएडी 2डी और 3डी और चार सप्ताह सीएनसी प्रोग्रामिंग, ऑपरेशन और मेन्टेन्स के लिए समर्पित हैं।
सशस्त्र सेवा कार्मिक एनएसटीआई विद्यानगर में तीन महीने के कार्यक्रम, बेसिक्स ऑफ ऑटोमोबाइल कोर्स में भी नामांकन कर सकते हैं। इसके अलावा, एनएसटीआई रमन्थपुरी तीन महीने का ड्रोन तकनीशियन कोर्स आयोजित कर रहा है, जो प्रतिभागियों को ड्रोन टेक्नोलॉजी में विशेष कौशल से लैस करता है।
महानिदेशालय पुनर्वास (डीजीआर), रक्षा मंत्रालय के भीतर पूर्व सैनिक कल्याण विभाग के तहत सीधे काम करने वाला एक अभिन्न अंतर-सेवा संगठन, पूर्व सैनिकों के समर्थन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका मिशन दिग्गजों को प्रशिक्षण और अतिरिक्त कौशल से लैस करने तक फैला हुआ है, जो कॉर्पोरेट और औद्योगिक क्षेत्रों की उभरती जरूरतों के साथ तालमेल बिठाने पर जोर देता है। इसका प्राथमिक उद्देश्य पूर्व सैनिकों के लिए दूसरे करियर में निर्बाध परिवर्तन की सुविधा प्रदान करना है, जिससे नागरिक जीवन में उनका सफल पुनर्वास सुनिश्चित हो सके।
डीजीआर के मिशन के प्रति सपोर्ट बढ़ाने के लिए, राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निस्बड) ने वित्त वर्ष 2022-23 में 455 प्रतिभागियों के लिए 13 कार्यक्रम और वित्त वर्ष 23-24 में 413 प्रतिभागियों के लिए 13 कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इसके अलावा, निस्बड 297 प्रतिभागियों के लिए 10 कार्यक्रम चला रहा है, और ये ऑन्तरप्रेन्योरशिप, रीटेल ऑन्तरप्रेन्योरशिप, लीडिंग रीटेल टीमों, वेब डेवलपमेन्ट आदि के क्षेत्रों में आयोजित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों को नोएडा (यूपी), देहरादून (उत्तराखंड), कानपुर (यूपी), प्रयागराज (यूपी), भुवनेश्वर (ओडिशा), हावड़ा (पश्चिम बंगाल), बेंगलुरु (कर्नाटक), जयपुर (राजस्थान)पटना (बिहार), जमशेदपुर (झारखंड), और चेन्नई (तमिलनाडु)में आयोजित करने के लिए डीजीआर द्वारा अनुमोदित किया गया है।
इन कार्यक्रमों का उद्देश्य सेवानिवृत्त सेना कर्मियों द्वारा सफल उद्यमी बनने के लिए उद्यमों को स्थापित करने और चलाने के लिए मेंटरिंग और हैंडहोल्डिंग सर्विस के माध्यम से सपोर्ट के साथ प्रतिभागियों के बीच उद्यमशीलता का ज्ञान प्रदान करना है।
पिछले साल, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अग्निपथ भर्ती योजना का अनावरण किया, जो देश की सशस्त्र सेनाओं को आधुनिक बनाने और कुशल युवाओं का एक रेडी पूल तैयार करने के लिए एक परिवर्तनकारी कदम है जो भारत की रक्षा तैयारियों और जीडीपी की वृद्धि में योगदान दे सकते हैं। एमएसडीई अग्निपथ योजना से जुड़ा हुआ है और कार्यक्रम के कार्यान्वयन में सशस्त्र बलों के साथ मिलकर काम कर रहा है क्योंकि देश युवा और प्रेरित सैनिकों की फ्यूचर रेडी सेना तैयार करता है। मंत्रालय आईटीआई और अन्य तकनीकी संस्थानों से उम्मीदवारों की भर्ती में सशस्त्र बलों के विभिन्न विंगों के साथ मिलकर काम कर रहा है, जिसका ध्यान आईटीआई छात्रों को इन जॉब रोल्स के लिए बेहतर बनाने के लिए कौशल प्रदान करने पर है।