राजगढ़, अलवर/ दिव्यराष्ट्र/ पंचायती पुस्तकालय एवं वाचनालय राजगढ़ में राजगढ़ वेलफेयर सोसायटी के संयोजन में नंद लाल बैरवा की अध्यक्षता में संगोष्ठी का आयोजन हुआ। संगोष्ठी का विषय राजगढ़ में वनक्षेत्रों का विकास था। संगोष्ठी के शुभारंभ में सोसायटी अध्यक्ष ने नगरपालिका द्वारा वनक्षेत्र विकसित कराए जाने के विषय में जानकारी दी और वक्ताओं को उपयुक्त जगह, जनसहयोग के बारे में विचार व्यक्त करने का आग्रह किया।
सर्वप्रथम लायंस क्लब अध्यक्ष श्री खेम सिंह आर्य ने सभी को सुझाव दिया कि सबको अपनी आदतों में पर्यावरण संरक्षण हित में अच्छे बदलाव की आवश्यकता है। प्लास्टिक, वाहन का कम उपयोग करना चाहिए एवं प्रत्येक शुभ अवसर पर पेड़ लगाना चाहिए। राष्ट्रीय जल आयोग सदस्य नेहपाल सिंह ने वनक्षेत्र के विषय में नगरपालिका से विचार विमर्श करने, बड़े पेड़ लगाने, नरेगा श्रमिकों का वृक्षारोपण में सहयोग लेने, नालों को स्वच्छ जलधारा(द्रव्यवती नदी की तरह)बनाने, रासायनिक पदार्थों का कम उपयोग करने का सुझाव दिया।
गांधी विचार मंच के संयोजक एन एल वर्मा ने पर्यावरण दिवस के बारे में विस्तार 70से बताया, प्रकृति से उपलब्ध साधनों का आवश्यकतानुसार उपयोग करने का सुझाव दिया और गांधी जी के विचारों के अनुसार आवश्यकताएं सीमित करके प्राकृतिक संसाधनों का कम से कम दोहन करने का सुझाव दिया। शुद्ध हवा, जल, खाद्य को प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार बताया।
पुस्तकालय अध्यक्ष भूपेंद्र शर्मा ने इस समय मौजूद वृक्षों का संरक्षण करने व नए वृक्षारोपण करने, कृषि भूमि को कॉन्क्रीट के जंगल में नहीं बदलने का सुझाव दिया। भारत विकास परिषद के संरक्षक डॉ के एम गुप्ता ने प्रत्येक द्वारा अधिकतम वृक्षारोपण करने का सुझाव दिया।भारत विकास परिषद की अध्यक्ष श्रीमती पद्मा गोयल ने सार्वजनिक निधि के उपयोग पर निगरानी रखने, जल को बचाने का सुझाव दिया।
लायंस क्लब के रीजन चेयरपर्सन वीरेंद्र कुमार दाधीच ने पर्यावरण संरक्षण मार्ग पर चलने, समाज के प्रति कर्तव्यपालन करने और समर्पित होने पर बल दिया। वरिष्ठ अधिवक्ता महेन्द्र तिवाड़ी ने वृक्षों के आध्यात्मिक महत्व के बारे में और सार्वजनिक स्थानों पर उनकी टीम द्वारा किये गये सफल वृक्षारोपण के बारे में बताया। सोसायटी के कोषाध्यक्ष मदनलाल शर्मा ने जमीन स्तर पर कार्य करने पर बल दिया। मुरारीलाल शास्त्री ने वृक्षारोपण के पश्चात उनकी सारसंभाल को अत्यावश्यक बताया। नंदलाल बैरवा ने राजगढ़ के वेलफेयर में सभी की सहभागिता को जरूरी बताया व संगोष्ठी को स्वागतयोग्य जरूरी कार्य बताया।
संगोष्ठी में सभी ने एकमत होकर बस स्टैंड रोड़ वाली खाई में, नंदी गौशाला के सामने खाई में व गंगाबाग में वनक्षेत्र विकसित करने, साथ ही पार्क-तालाब बनाने-ट्रैक बनाने का सुझाव दिया। आने वाली पीढ़ियों के लिए इस महत्वपूर्ण नेक काम में जनसहयोग का आश्वासन एवं आह्वान किया गया। संगोष्ठी के समापन पर सचिव किशोर मुखर्जी ने धन्यवाद दिया।
इस संगोष्ठी में नंदी गौशाला की अध्यक्ष प्रीति विजय, वैश्य महिला समिति की अध्यक्ष कृष्णा अग्रवाल ,भारत विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष रामरतन ताम्बी, पेंशनर समाज अध्यक्ष श्री नरेंद्र शर्मा,महामंत्री राजेश शर्मा, पुस्तकालय सचिव जगमोहन शर्मा, प्रभारी पूर्ण चंद जैमन भी उपस्थित थे।संगोष्ठी का संचालन किशोर मुखर्जी ने किया।