
दिव्यराष्ट्र, नई दिल्ली: एक्सिस मैक्स लाइफ इंश्योरेंस लिमिटेड (“Axis Max Life” /“Company”) ने आज अपनी वार्षिक इंडिया रिटायरमेंट इंडेक्स स्टडी के पांचवें संस्करण(आइरिस 5.0) से मिले निष्कर्ष जारी किए हैं। यह अध्ययन अग्रणी ग्लोबल मार्केटिंग डाटा एवं एनालिटिक्स कंपनी कांतार के साथ साझेदारी में किया गया।उल्लेखनीय है कि एक्सिस मैक्स लाइफ इंश्योरेंस लिमिटेड (“Axis Max Life” / “Company”) ने पहले मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के नाम से जाना जाता था।
एक्सिस मैक्स लाइफ के एमडी एवं सीईओ सुमित मदान ने कहा, ‘आइरिस 5.0यह दर्शाता है कि भारतीय अब अधिक स्मार्ट और समग्र रिटायरमेंट प्लानिंग की ओर बढ़ रहे हैं। आज के उपभोक्ता पहले की तुलना में स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक, उत्पादों के प्रति अधिक समझदार और वित्तीय रूप से अधिक आत्मविश्वासी हो रहे हैं। स्वास्थ्य के प्रति तैयारी बेहतर होने के साथ अब ध्यान पर्याप्त रिटायरमेंट फंड और भावनात्मक संतुलन बनाने पर केंद्रित हो रहा है।। अध्ययन में यह भी सामने आया है कि एक बड़ा वर्ग रिटायरमेंट प्लानिंग की शुरुआत करने के बारे में अनिश्चितता का शिकार है।’
कांतार में साउथ एशिया की एमडी व चीफ क्लाइंट ऑफिसर सौम्या मोहंती ने कहा, ‘आइरिस 5.0 पूरे भारत में रिटायरमेंट को लेकर लोगों के व्यवहार में आ रहे बदलाव को दिखाता है। प्रोडक्ट्स को लेकर बढ़ती जागरूकता और स्वास्थ्य को प्राथमिकता में रखने वाला व्यवहार ध्यान देने योग्य है। इस अध्ययन में अलग-अलग वर्गों को लेकर व्यापक विश्लेषण से नीति निर्माताओं, कंपनियों और वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनियों को ऐसी जानकारियां मिलेंगी, जिनके आधार पर जागरूकता से तैयारी की ओर कदम बढ़ाने में मदद मिलेगी।’
इंडिया रिटायरमेंट इंडेक्स स्टडी (आइरिस) अपने पांचवें वर्ष में पहुंच गई है। यह रिटायरमेंट की तैयारियों को परखने का भारत का सबसे व्यापक मानक है, जिसमें वित्तीय, स्वास्थ्य एवं भावनात्मक तैयारियों का मूल्यांकन किया जाता है। 2025 के संस्करण से मिले निष्कर्षों से लगातार प्रगति की तस्वीर दिख रही है। इंडेक्स स्कोर 2022 में 44 था, जो 2025 में 48 पर पहुंच गया है। फिटनेस की बेहतर आदतों, नियमित स्वास्थ्य जांच और बड़े पैमाने पर इंश्योरेंस लेने से यह संभव हुआ है। वित्तीय भरोसा स्थिर बना हुआ है, जबकि रिटायरमेंट के बाद जरूरी फंड को लेकर जागरूकता अभी कम है। 10 में से 7 प्रतिभागी मानते हैं कि आरामदायक रिटायरमेंट के लिए 1 करोड़ रुपये पर्याप्त होंगे। स्वास्थ्य को लेकर तैयारियों में सबसे ज्यादा सुधार देखा गया है, जो सुरक्षित रिटायरमेंट के लिए वेलनेस को एक प्रमुख स्तंभ के रूप में स्वीकारने को लेकर लोगों का बढ़ता फोकस दिखाता है।





