
जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ सप्त शक्ति आवा ने 23-24 अगस्त 2025 को जयपुर के सप्त शक्ति ऑडिटोरियम में साहस और दृढ़ता के उत्सव ‘अस्मिता – आर्मी वाइव्स की प्रेरणादायक कहानियाँ’ का गौरवपूर्ण आयोजन किया। अस्मिता एक ऐसा मंच है जहाँ बहादुर सेना की पत्नियाँ अपनी दृढ़ता और कठिनाइयों पर विजय की यात्रा साझा करती हैं। चाहे व्यक्तिगत संघर्षों का सामना करना हो या सैन्य जीवन की चुनौतियों का सामना करना हो, ये महिलाएँ शक्ति और साहस की प्रतीक के रूप में चमकती हैं। उनकी कहानियाँ अनगिनत लोगों को प्रेरित करती हैं तथा उन्हें आशा, दृढ़ संकल्प और अटूट साहस के साथ विपरीत परिस्थितियों से ऊपर उठने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
इस कार्यक्रम में प्रेरणादायी अस्मिता वार्ता, आशा स्कूल के बच्चों द्वारा एक आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुति और अचीवर्स को सम्मानित करना शामिल था इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, सप्त शक्ति कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह, सप्त शक्ति आवा की क्षेत्रीय अध्यक्षा बरिंदर जीत कौर, वेटरन्स और परिवार, अन्य अतिथि गण के साथ-साथ जयपुर सैन्य स्टेशन के सभी रैंक और परिवार शामिल हुए। अपने संबोधन में, माननीया उपमुख्यमंत्री ने सभी वक्ताओं के साहस और दृढ़ता की सराहना की और महिलाओं को सशक्त बनाने, वीर नारियों का समर्थन करने एवं समावेशी विकास को बढ़ावा देने में आवा के नेक प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सशस्त्र बल परिवारों की भावना और शक्ति की प्रशंसा की और राष्ट्र निर्माण में उनकी अमूल्य भूमिका का उल्लेख किया। सप्त शक्ति आवा की क्षेत्रीय अध्यक्षा ने उन सभी असाधारण महिलाओं के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया जिन्होंने अपनी विजय और दृढ़ता की प्रेरक कहानियाँ साझा कीं। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि ये कहानियाँ न केवल प्रेरणा देती हैं, बल्कि चुनौतियों पर विजय पाने और दुनिया में सकारात्मक बदलाव लाने में मानवीय साहस की अपार शक्ति की पुष्टि भी करती हैं। सप्त शक्ति कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने राज्य प्रशासन के उन प्रतिष्ठित नागरिकों को प्रशंसा पत्र प्रदान किए जिन्होंने कई क्षेत्रों में सैन्य-नागरिक सहयोग और प्रयासों में योगदान दिया है।
‘अस्मिता – आर्मी वाइव्स की प्रेरणादायक कहानियाँ’ के इस संस्करण में साहस और दृढ़ संकल्प की सच्ची कहानियों को सामने लाया गया और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में इन विजेता महिलाओं द्वारा पार की गई चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया। इस कार्यक्रम में उन असाधारण महिलाओं की उल्लेखनीय यात्राओं को प्रदर्शित किया गया जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों पर विजय प्राप्त की और अपने समुदायों के लिए प्रभावशाली योगदान दिया। एक ऐसी दुनिया में, जहाँ अक्सर वर्दीधारी व्यक्तियों की उपलब्धियों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, अस्मिता एक अलग तरह की वीरता पर प्रकाश डालती है। सप्त शक्ति आशा स्कूल के बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम ने यह सिद्ध कर दिया कि कला की कोई सीमा नहीं होती।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण अस्मिता के वक्ताओं और वीर नारियों को सम्मानित करना था, जिसमें उनके साहस और बलिदान को सराहा गया। अस्मिता-25 ने महिलाओं, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के सशक्तिकरण, सम्मान और गरिमा के अपने दृष्टिकोण की पुष्टि की।