मुंबई, 19जुलाई, 2025: विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर 110 साल पुराने हिंदुजा समूह की परोपकारी शाखा हिंदुजा फाउंडेशन हिंदुजा समूह की कंपनियों के साथ मिलकर अपनी पहलों के माध्यम से भारत के युवाओं को परिवर्तनकारी, भविष्य तैयार कौशल से लैस करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। तेजी से विकसित हो रही डिजिटल प्रथम अर्थव्यवस्था में शिक्षा और आजीविका कार्यक्रमों में फाउंडेशन के केंद्रित प्रयास भारत की युवा आबादी को उद्देश्यपूर्ण और आत्मविश्वास से भरपूर बनाने में सक्षम बना रहे हैं।
शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में हिंदुजा समूह का प्रभाव कई तरह की पहलों तक फैला हुआ है। कौशल विकास के क्षेत्र में लगभग 1 लाख युवाओं को रोड टू लाइवलीहुड (RTL) कार्यक्रम और व्यावसायिक प्रशिक्षण, डिजिटल दक्षता में सुधार, संचार और कार्यबल की तैयारी जैसी अन्य समर्पित पहलों के माध्यम से सशक्त बनाया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में वित्त वर्ष 2025 तक 15 से अधिक राज्यों के 7.4 लाख से अधिक युवाओं को रोड टू स्कूल (RTS), रोड टू लाइवलीहुड (RTL), हरियाणा डेवलपमेंट इम्पैक्ट बॉन्ड और अन्य समूह आधारित शिक्षा पहलों जैसे कार्यक्रमों से लाभ हुआ है। जहां RTS और हरियाणा DIB आधारभूत शिक्षा पर केंद्रित हैं, वहीं RTL शिक्षा और रोजगारपरकता दोनों को जोड़ता है।
इस पहल पर हिंदुजा फाउंडेशन की संचालन समिति की सदस्य नम्रता हिंदुजा ने कहा, “हिंदुजा फाउंडेशन में हम युवा सशक्तिकरण को केवल एक कार्यक्रमगत लक्ष्य के रूप में नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की आधारशिला के रूप में देखते हैं। कौशल, मूल्यों और दूरदर्शिता से सुसज्जित, सर्वांगीण व्यक्तियों का पोषण करके हम एक ऐसे भविष्य की नींव रख रहे हैं जहां प्रत्येक युवा भारतीय एक अधिक समावेशी, सुदृढ़ और प्रगतिशील भारत का उत्प्रेरक बनेगा।”
इस अवसर पर हिंदुजा फाउंडेशन के अध्यक्ष पॉल अब्राहम ने कहा, “25 वर्ष से कम आयु के 60 करोड़ से ज़्यादा भारतीयों के लिए युवाओं के कौशल को बढ़ावा देना एक राष्ट्रीय अनिवार्यता है। हिंदुजा फाउंडेशन में, हमारा मानना है कि युवाओं को भविष्य के लिए तैयार डिजिटल कौशल से लैस करके ही सच्चा सशक्तिकरण संभव है। डिजिटल खाई को पाटकर और जमीनी स्तर पर नवाचार को बढ़ावा देकर, हम एक ऐसी पीढ़ी का निर्माण कर रहे हैं जो आत्मविश्वास, रचनात्मकता और उद्देश्य के साथ डिजिटल अर्थव्यवस्था का नेतृत्व करे। चुनौती युवाओं को जलवायु परिवर्तन, संसाधनों के विवेकपूर्ण उपभोग और सामाजिक असमानताओं जैसे मुद्दों को समझने और उनके समाधान में अर्थ खोजने में मदद करने की भी है।”
ये प्रयास कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के “कुशल भारत” विजन और भारत सरकार के विकसित भारत एजेंडे के साथ गहराई से जुड़े हुए हैं। ये प्रयास युवाओं के नेतृत्व वाले राष्ट्र निर्माण में फाउंडेशन के विश्वास को भी प्रतिध्वनित करते हैं। डिजिटल रूप से साक्षर, सामाजिक रूप से जागरूक और भविष्य के लिए तैयार पीढ़ी को बढ़ावा देकर, हिंदुजा फाउंडेशन सरकार के आत्मनिर्भर और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी भारत के विजन को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
अपनी प्रमुख शिक्षा पहलों के माध्यम से, फाउंडेशन ने वंचित समुदायों पर उल्लेखनीय प्रभाव डाला है, जिसमें “रोड टू स्कूल” और “रोड टू लाइवलीहुड” जैसे कार्यक्रमों ने देशव्यापी बदलाव लाए हैं।
- 7,44,300 छात्रों तक पहुंच बनाई
- 7,965 स्कूलों को कवर किया
- 18,000 शिक्षकों को प्रभावित किया
- 2,40,000 समुदाय के सदस्यों को जोड़ा
- 72% ड्रॉपआउट छात्रों को पुनः एकीकृत किया
- 15,464 छात्रों को निजी से सरकारी प्रोजेक्ट स्कूलों में स्थानांतरित होने में सक्षम बनाया
अपने केंद्रित कौशल विकास प्रयासों के माध्यम से हिंदुजा फाउंडेशन ने समूह कंपनियों के साथ मिलकर वंचित युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कौशल प्रदान करके सशक्त बनाया है, जिससे पूरे भारत में रोज़गार क्षमता और डिजिटल समावेशन में वृद्धि हुई है।
- रोड टू लाइवलीहुड (RTL) सहित कौशल विकास पहलों के माध्यम से लगभग 1 लाख युवाओं को लाभान्वित किया है।