हैकाथॉन में टीम वर्क, प्रॉब्लम सॉल्विंग, और इंटरडिसिप्लिनरी एप्रोच पर चर्चा
जयपुर : दिव्यराष्ट्र/एमिटी यूनिवर्सिटी राजस्थान में इनोवेशन और टेक्नोलॉजी बेस्ड दो दिवसीय व्हेक हैकाथॉन-3.0 का सफलतापूर्वक समापन हुआ, जिसका उद्देश्य क्रियेटिव सॉल्यूशन के माध्यम से रीयल वल्र्ड प्रॉब्लम्स को हल करने के लिए यंग माइंडस को सशक्त बनाना था। वर्कशॉप का आयोजन एमिटी यूनिवर्सिटी राजस्थान की आईईईई स्टूडेंट ब्रांच द्वारा आयोजित किया गया। उद्घाटन सत्र में यूनिवर्सिटी के प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉ.) जी.के. आसेरी ने अतिथियों का स्वागत किया। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर और कार्यक्रम के संरक्षक प्रोफेसर (डॉ.) अमित जैन ने सफल आयोजन की सराहना करते हुए स्टूडेंट ब्रांच को बधाई दी।
एमिटी इनोवेशन इनक्यूबेटर की डिप्टी डायरेक्टर प्रोफेसर मंजू कौशिक ने प्रॉब्लम्स सॉल्विंग और इनोवेशन के लिए इंटरडिसिप्लिनरी एप्रोच के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय शिल्प एवं डिजाइन संस्थान, जयपुर की डायरेक्टर प्रो. तूलिका गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के आयोजन प्रतिभागियों को अलग सोच रखने, नए कौशल विकसित करने और कम समय में प्रभावशाली समाधान के साथ प्रेशर में काम करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। मुख्य अतिथि, एलएनएमआईआईटी के डायरेक्टर प्रो. राहुल बनर्जी ने अपने संबोधन में कहा कि हैकाथॉन न केवल तकनीकी विशेषज्ञता को बढ़ावा देते हैं बल्कि टीम वर्क, समस्या समाधान और इंटरडिस्पिलनरी एप्रोच पर भी जोर देते हैं, जिससे थियोरिटिक्ल नॉलेज और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाटने में मदद मिलती है।
कार्यक्रम में टेक एम्पोरियम के लिए रिबन कटिंग सेरेमनी हुई, जिसमें एडवांस आईओटी सॉल्यूशन्स पर चर्चा होगी। वर्कशॉप के दौरान ’’एम्पावरिंग इनोवेटर्सः हाऊ हैकेथॉन शेप द फ्यूचर ऑफ़ टेक“ पर पैनल चर्चा में मनीष मथुरिया, तथागत कुमार, कपिल नाग, शिवम लोहिया, मुकुल शांडिल्य और सौरभ भारद्वाज सहित प्रमुख विशेषज्ञ एक साथ आए। सत्र में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि कैसे हैकथॉन सहयोग करने, वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने और प्रौद्योगिकी की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करके नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने में आवश्यक है। सत्र का संचालन एमिटी स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ पल्लवी मिश्रा ने किया। एक्सपर्ट मनीष मथुरिया ने “ऑरेकल क्लाउड पर मशीन लर्निंग” और एक्सपर्ट कपिल नाग ने ’’एआईःशेपिंग द फ्यूचर ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड इनोवेशन’’ पर पैनल चर्चा में भाग लिया।
समापन समारोह एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ, जिसमें तकनीक और कलात्मकता का मिश्रण देखने को मिला। हैकथॉन-2024 के दूसरे दिन की शुरुआत मुकुल शांडिल्य, रिसर्च इंजीनियर द्वारा “सेंस कनेक्ट-डेटा मॉनिटरिंग एंड कंट्रोल सिस्टम यूजिंग आईओटी” पर पैनल चर्चा के साथ हुई। कार्यक्रम का समापन वैलेडिक्टरी और पुरस्कार वितरण समारोह में एमिटी इनोवेशन इनक्यूबेटर की डिप्टी डायरेक्टर और आयोजन अध्यक्षा प्रो. (डॉ.) मंजू कौशिक द्वारा दो दिवसीय संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुति के साथ हुआ। दूसरे दिन सनडाउनर का आयोजन हुआ, जिसने व्हेक हैकाथॉन 3.0 की सफलता में आनंद और उल्लास भर दिया।