नई दिल्ली, अप्रैल, 2025.
हर्बलाइफ, जो एक जानी-मानी हेल्थ और वेलनेस कंपनी है, ने स्लीप एन्हान्स नाम से एक नया प्रोडक्ट लॉन्च किया है। यह कैफीन-फ्री और प्लांट बेस्ड है, और इसमें इस्तेमाल की गई चीज़ें वैज्ञानिक रूप से जांची गई हैं। माना जाता है कि इससे नींद की क्वालिटी बेहतर होती है। यह प्रोडक्ट ऐसे समय आया है जब भारत में नींद से जुड़ी समस्याएं बढ़ रही हैं, जिसकी वजहें हैं—भागदौड़ भरी जिंदगी, मोबाइल-स्क्रीन पर ज़्यादा वक्त बिताना और बढ़ता तनाव।
आज की तेज़ रफ्तार दुनिया में, अच्छी नींद अब किसी लक्ज़री की बात नहीं, बल्कि जरूरत बन चुकी है। लेकिन काम के दबाव, बढ़ते स्क्रीन टाइम और तनाव के कारण कई लोग अच्छी नींद लेने में मुश्किल महसूस करते हैं। अध्ययन बताते हैं कि लगभग आधे भारतीय सुबह उठते ही थकान महसूस करते हैं, और सोने से पहले डिजिटल स्क्रीन का इस्तेमाल उनकी नींद की गुणवत्ता को और बिगाड़ देता है। इस बढ़ती समस्या को समझते हुए, हर्बलाइफ भारत में नींद सुधारने के लिए कदम बढ़ा रहा है। स्लीप एन्हान्स में अफ्रॉन नामक असली केसर का अर्क है और साबित हो चुका है कि सोने से एक घंटा पहले 28 दिनों तक इसे लेने से नींद की गुणवत्ता को सुधारने में मदद मिलती है।
स्लीप एन्हान्स में कोई एडेड शुगर, आर्टिफिशियल फ्लेवर नहीं है और ये कैफीन फ्री है। जिससे यह रात की दिनचर्या में एक प्रभावी उपाय बन जाता है। इसका फ्लेवर हिबिस्कस का है और इसमें केसर का अर्क है, जिसके बारे में क्लीनिकली यह साबित हुआ है कि यह नींद की गुणवत्ता को सुधारता है, उठने के बाद मूड को बेहतर बनाता है और शांतिपूर्ण तरीके से जागने में मदद करता है।
अजय खन्ना, मैनेजिंग डायरेक्टर, हर्बलाइफ इंडिया का कहना है, “सोने का मतलब सिर्फ आराम करना नहीं है, बल्कि अपने शरीर और दिमाग को रीसेट और रीचार्ज करना भी है। स्लीप एन्हान्स में केसर का अर्क होता है जोकि क्लीनिकली नींद की क्वालिटी बेहतर बनाने और सोकर उठने पर सुकून महसूस कराने में मददगार साबित हुआ है। आजकल की भागदौड़ भरी दुनिया में जहां नींद का कम होना आम हो गया है, हम लोगों को रात में बेहतर नींद पाने में मदद कर रहे हैं। इस तरह उनकी पूरी सेहत को बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है।“
स्लीप इंडस्ट्री में विज्ञान आधारित रेमेडीज की बढ़ती मांग को देखते हुए हर्बलाइफ इस मुहिम में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इससे ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि ग्राहक ना सिर्फ बेहतर नींद लें, बल्कि उनकी नींद की क्वालिटी में भी सुधार हो।