नई दिल्ली। फोनपे ने अपना ‘ऑफलाइन पार्टनर प्रोग्राम’ लॉन्च किया है। यह एक रणनीतिक पहल है, जिसका उद्देश्य सर्विस प्रोवाइडर्स के माध्यम से भारत के मर्चेंट ईकोसिस्टम को मजबूत बनाना है। इस प्रोग्राम के तहत पॉइंट ऑफ़ सेल (पीओएस) बिलिंग सॉफ़्टवेयर, एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) सॉफ़्टवेयर, वेंडिंग मशीनें और सेल्फ-सर्विंग कियोस्क जैसी सेवाएं देने वाले सर्विस प्रोवाइडर्स अपने क्लाइंट्स को फोनपे के इंटीग्रेटेड सॉल्यूशंस के लिए रेफर कर सकते हैं और कस्टमाइज़ कमीशन प्राप्त कर सकते हैं।
इस प्रोग्राम से जुड़ने वाले सर्विस प्रोवाइडर (पार्टनर्स), अपने मर्चेंट्स (क्लाइंट्स) को पूरी बिलिंग और इंटीग्रेटेड पेमेंट सॉल्यूशन दे पाएंगे। इससे वे सिर्फ सर्विस प्रोवाइडर ही नहीं, बल्कि उनके बिजनेस को बढ़ाने वाले सच्चे पार्टनर के रूप में पहचाने जाएंगे। यह सुविधा मर्चेंट्स के लिए पेमेंट मैनेजमेंट को बेहद आसान बनाएगी, जिससे उनके स्टोर का रोजमर्रा काम आसानी से चलता रहेगा। साथ ही, यह पार्टनर की एक भरोसेमंद व्यावसायिक साथी के रूप में पहचान और विश्वसनीयता बढ़ाने में भी मदद करेगा।
मर्चेंट्स अपने मौजूदा बिलिंग सॉफ़्टवेयर के साथ कुछ ही घंटों में फोनपे के इंटीग्रेटेड सॉल्यूशंस को जोड़ सकते हैं और अपने ग्राहकों को तेज़, आसान और शानदार पेमेंट एक्सपीरियंस दे सकते हैं। इस पैकेज में पीओएस मशीनें, हर ट्रांजेक्शन पर यूनिक कोड जनरेट वाले डायनेमिक क्यूआर और एसएमएस से पेमेंट लिंक भेजने की सुविधा जैसी सेवाएँ शामिल हैं। इन सॉल्यूशंस से मर्चेंट, पेमेंट कलेक्शन, वेरिफिकेशन और रिकंसीलिएशन को सरल बना सकते हैं, जिससे ट्रांजेक्शन सुरक्षित हो जाते हैं और उनमें गलती होने की संभावना नहीं रहती है। यह सुविधा कई सारे मर्चेंट्स जैसे दवा की दुकान, किराना स्टोर्स, रेस्टोरेंट, कपड़ों की दुकानों और इलेक्ट्रॉनिक्स शोरूम के लिए लाभदायक है।
ऑफलाइन पार्टनर प्रोग्राम से जुड़ने के लिए, सर्विस प्रोवाइडर ऑफलाइन पार्टनर प्रोग्राम पेज पर जा सकते हैं या फिर ऑफलाइन पार्टनर-सपोर्ट फोनपेडॉटकॉम पर ईमेल भेज सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद, फ़ोनपे का प्रतिनिधि ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में आपकी मदद करेगा। ऑफलाइन पार्टनर प्रोग्राम से जुड़कर, मर्चेंट पार्टनर्स को कस्टमाइज़ कमीशन कमाने का मौका मिलता है। साथ ही वे बड़े मर्चेंट नेटवर्क को एकीकृत डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशंस अपनाने में मदद कर सकते हैं।