Home एजुकेशन नीट स्टूडेंट्स ने मेगा मॉक टेस्ट से किया सेल्फ एनालिसिस

नीट स्टूडेंट्स ने मेगा मॉक टेस्ट से किया सेल्फ एनालिसिस

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कोटा. 29 अप्रैल, 2025; राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की ओर से 4 मई को आयोजित होने वाली नीट यूजी परीक्षा से पहले मोशन एजुकेशन ने रविवार को मेगा मॉक टेस्ट का आयोजन किया। यह परीक्षा न केवल कोटा, बल्कि देशभर के 80 शहरों में एक साथ करवाई गई, जिसमें हजारों नीट अभ्यर्थियों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया।

कोटा में यह मॉक टेस्ट  दोपहर 2 से 5 बजे के बीच हुआ। ठीक इसी टाइम-स्लॉट में असली नीट परीक्षा होगी। टेस्ट सेंटर पर पहुंचे मोशन एजुकेशन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने स्टूडेंट्स का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने बताया कि इस मॉक टेस्ट का पेपर नीट यूजी 2025 के नए परीक्षा पैटर्न और कठिनाई स्तर को ध्यान में रखते हुए मोशन की टॉप फैकल्टीज ने तैयार किया है। मॉक टेस्ट से स्टूडेंट्स की सवाल हल करने की स्पीड, एक्यूरेसी और टाइम मैनेजमेंट में जबरदस्त सुधार होगा। साथ ही, वे रियल परीक्षा जैसे माहौल में खुद को आंक सकेंगे और आत्मविश्वास बढ़ेगा।

परीक्षा के बाद मोशन के ज्वाइंट डायरेक्टर और नीट डिवीजन हेड अमित वर्मा ने स्टूडेंट्स को जरूरी सलाह दी। उन्होंने कहा कि अब कम समय बचा है, ऐसे में नए चैप्टर पढ़ने के बजाय तय समय में प्रैक्टिस पेपर हल करें। तीन घंटे में 180 सवाल सॉल्व करने की आदत बनाएं। हर टेस्ट के बाद गलत उत्तरों का गहन विश्लेषण करें ओर अपनी कमजोरियों पर काम करें, ताकि असली परीक्षा में गलती की गुंजाइश न रहे। समझें कि गलती कॉन्सेप्चुअल क्लीयरिटी, सिली मिस्टेक या समझने में चूक के कारण हुई है या फिर टाइम मैनेजमेंट में कमी रही। तनाव से दूर रहें और सेहत का खास ख्याल रखें।

परीक्षा देकर बाहर निकलीं शुभ्रा सिंह ने कहा कि मॉक टेस्ट से हमें रियल एग्जाम जैसी फील मिली। इससे न केवल हमारी तैयारी का मूल्यांकन हुआ, बल्कि हमें अपनी कमजोरियों को जानने और टाइम मैनेजमेंट सुधारने का मौका भी मिला। वहीं स्टूडेंट राजीव कुमार ने बताया कि मॉक टेस्ट से परीक्षा के दबाव को समझने और उससे निपटने में मदद मिलती है। यह टेस्ट हमारी पढ़ाई की रणनीति को और भी शार्प बनाने में सहायक रहा।

 

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