
दुबई – दिव्यराष्ट्र/श्री सकल स्थानकवासी जैन संघ दवारा एक विशेष भक्तामर अनुष्ठानका आयोजन किया गया। हमें आपको यह बताते हुए अत्यंत गर्व महसूस हो रहा है कि यहआध्यात्मिक आयोजन परम पूज्य निकुंज गुरुजी और उनकी जैन अनुष्ठान, अहमदाबाद की20 हीलर्स की टीम, साथ ही निलेश जैन और हर्षल दोशी की पावन उपस्थिति मेंसंपन्न हुआ।
हमें इस बात की बेहद खुशी है कि यह अनुष्ठान परम निकुंज गुरुजी, जो एकप्रसिदध जैन वास्तु सलाहकार और ज्योतिष गुरु हैं, के मुखारबिंद से भक्तामर स्तोत्र के पाठके साथ संपन्न हुआ। यह दिव्य आयोजन उनकी ‘जैन अनुष्ठान’ पहल का महत्वपूर्ण हिस्साथा, जिसके माध्यम से उन्होंने दुनिया भर में जैन धर्म के सिदधांतों और दर्शन काप्रचार-प्रसार किया है। उनके सामूहिक प्रयास से यह अनुष्ठान हर किसी के लिए एक यादगारऔर जीवन बदलने वाला अनुभव बन गया।
गुरुजी के इस पावन आगमन से दुबई जैन स्थानक संघ के निर्माण को एक नई ऊर्जा औरदिशा मिली है। गुरुजी के दिव्य आशीर्वाद और मार्गदर्शन से यह सुनिश्चित हुआ कि यहस्थानक केवल एक इमारत नहीं, बल्कि जैन धर्म की शिक्षाओं और मुल्यों का एक जीवंत कैंद्रबनेगा, जो आने वाली पीदि़ियों के लिए प्रणा का सोत होगा।
गुरुजी के मार्गदर्शन में हुआ यह अनुष्ठान लोगों के मन में धर्म प्रभावना की नईऊर्जा लेकर आया। इस अनुष्ठान ने यह साबित कर दिया कि भले ही हम दुनिया के किसी भीकोने में रहें, हमारी प्राचीन जैन परंपराएँ और संस्कृति आज भी जीवित है और लोगों के दिलों मेंबसी हुई है।
तेजसाहेब की गरिमामयी उपस्थिति ने इस धार्मिक कार्यक्रम की शोभा कोऔर बढ़ा दिया। इस अवसर पर संघ के कई पदाधिकारियों और सदस्यों की उपस्थिति भीउल्लेखनीय रही, जिन्होंने अनुष्ठान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमं संघके अध्यक्ष डॉ. धिरज जैन, प्रवीण नाहर, रितेश बोरा, महिला विंग की अध्यक्ष डॉ. ममता धिरजजैन, शिखा नहार, स्नेहा गुगले, जैनम जैन और जिविका जैन का विशेष सहयोग रहा।
दुबई में किया गया यह अनुष्ठान उन सभी के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हआ, जिन्होंनेअपने जीवन में शांति, स्वास्थ्य और धन-समृदधि की तलश की। इस सफल आयोजन नेदुबई में जैन धर्म के प्रभाव को और मजबूत किया और भविष्य में ऐसे ही और भी धार्मिककार्यक्रमों के लिए प्रेरणा प्रदान की। इस अनुष्ठान में भाग लेने वाले सभी लोगों ने इस पावनअवसर पर अपनी खुशी व्यक्त की और इसे एक यादगार पल बताया।
इस दिव्य अनुष्ठान ने दुबई में रहने वाले जैन समुदाय को एक सूत्र मैं पिरोया, जहाँ हर तरफभक्ति और सकारात्मकता का माहौल छा गया। पुजनीय निकुंज गुरुजी और उनकी टीमके सानिध्य में जब भक्तामर स्तोत्र का पाठ गुंजा, तो सभी ने एक गहरी आध्यात्मिक शांतिऔर जीवन में सकारात्मक बदलाव महसूस किया। यह अनुष्ठान हर किसी के लिए एकयादगार अनुभव बन गया। इस आयोजन ने न सिर्फ धार्मिक आस्था को मजबूत किया, बल्किसमुदाय में एकजुटता और भाईचारे की भावना को भी गहरा किया।