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जयपुर के पास जुलाई की सैर: इतिहास, संस्कृति और सुकून के 5 शानदार ठिकाने

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जुलाई का महीना गर्मी से राहत पाने और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहरों की सैर करने का एक शानदार मौका होता है। अगर आप जयपुर में हैं, तो इसके आसपास की इन पांच जगहों पर ज़रूर जाएं, जहां इतिहास, खूबसूरत इमारतें, आध्यात्मिक माहौल और लोकसंस्कृति का अनोखा मेल देखने को मिलता है। चाहे आप परिवार के साथ घूमने का सोच रहे हों, दोस्तों के साथ मस्ती की ट्रिप प्लान कर रहे हों या अकेले ही शांति भरी यात्रा का मन बना रहे हों – ये सभी जगहें हर तरह के यात्री के लिए बिल्कुल परफेक्ट हैं।

जयपुर से आगरा: मुगल शान की झलक :
जयपुर से करीब 240 किमी दूर स्थित आगरा हर मौसम में आकर्षण का केंद्र होता है, लेकिन मानसून में इसका सौंदर्य और भी निखर जाता है। पहले दिन सूर्योदय के समय ताजमहल की भव्यता को निहारें, फिर आगरा किला देखें और शाम को यमुना किनारे मेहताब बाग में टहलें। दूसरे दिन इतमाद-उद-दौला (बेबी ताज) का मकबरा देखें और सदर बाजार से मार्बल व चमड़े के उत्पाद खरीदें। ठहरने के लिए होटल क्रिस्टल सरोवर प्रीमियर से बेहतरीन नज़ारे दिखते हैं, आईटीसी मुगल में शानदार हेरिटेज अनुभव मिलता है और बजट में होटल एलिविएट अच्छा विकल्प है। और हां, पंछी पेठा से मशहूर आगरा पेठा ज़रूर चखें।

जयपुर से दिल्ली: जहां पुरानी विरासत और नया जोश साथ चलते हैं
जयपुर से लगभग 280 किमी दूर स्थित दिल्ली, इतिहास और आधुनिकता का बेजोड़ संगम है। पहले दिन लाल किला देखें और चांदनी चौक की गलियों में स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड का आनंद लें। दूसरे दिन हुमायूं का मकबरा, इंडिया गेट और दिल्ली हाट जाएं, जहां देशभर की कला और पकवान मिलते हैं। आखिरी दिन कुतुब मीनार देखने के बाद खान मार्केट में आराम से ब्रंच करें। ठहरने के लिए ब्लूमरूम्स @ जनपथ एक किफायती लेकिन आधुनिक विकल्प है, इंपीरियल में ब्रिटिश राज की झलक मिलती है और बजट ट्रैवलर्स के लिए बैकपैकर पांडा, ग्रेटर कैलाश एक बढ़िया हॉस्टल है। दिल्ली में संग्रहालयों से लेकर रंगीन बाजारों तक, हर किसी के लिए कुछ न कुछ है।

कोटा: नदी किनारे सुकून और संस्कृति का संगम
जयपुर से करीब 250 किलोमीटर दूर चंबल नदी के किनारे बसा कोटा एक शांत और खूबसूरत शहर है। पहले दिन जगमंदिर पैलेस घूमें और फिर चंबल गार्डन में हरियाली के बीच सुकून भरी सैर का आनंद लें। अगले दिन सेवन वंडर्स पार्क में यादगार तस्वीरें लें और सरकारी संग्रहालय में कोटा के इतिहास को जानें। बरसात के मौसम में चंबल नदी में बोटिंग करना एक अलग ही अनुभव देता है। ठहरने के लिए कंट्री इन एंड सूट्स बाय रैडिसन और होटल लिलैक मध्यम बजट के लिए अच्छे विकल्प हैं, जबकि होटल सूर्या रॉयल किफायती यात्रियों के लिए उपयुक्त है। और हां, कोटा की मशहूर डोरिया साड़ियाँ और सूट खरीदना न भूलें।

फतेहपुर सीकरी: एक खामोश मुगल राजधानी
जयपुर से लगभग 200 किलोमीटर दूर फतेहपुर सीकरी एक दिन की ऐतिहासिक यात्रा के लिए शानदार जगह है। अकबर द्वारा बसाई गई यह पूर्व मुगल राजधानी आज यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। यहां बुलंद दरवाजा, दीवान-ए-खास, पंच महल और सलीम चिश्ती की दरगाह जैसे ऐतिहासिक स्थल देखने लायक हैं। सुबह जल्दी निकलें ताकि गर्मी से बच सकें। लौटते समय रास्ते में किसी स्थानीय ढाबे पर राजस्थानी थाली का स्वाद ज़रूर लें। यहां रात में रुकना ज़रूरी नहीं, लेकिन चाहें तो पास के आगरा में ठहरने के कई अच्छे विकल्प मौजूद हैं।

देवली: ग्रामीण सादगी और सुकून से भरा ठहराव
अगर आप भीड़-भाड़ से दूर शांति चाहते हैं, तो जयपुर से 160 किलोमीटर दूर देवली की ओर रुख करें। यह कम मशहूर लेकिन बेहद खूबसूरत गांव मंदिरों, तालाबों और सादगी भरी ग्रामीण खूबसूरती के लिए जाना जाता है। पहले दिन प्राचीन मंदिर और स्थानीय बाजार देखें। दूसरे दिन राजस्थानी नाश्ते के बाद आसपास की हवेलियाँ घूमें। यहां ठहरने के विकल्प सीमित हैं, लेकिन शांत और खूबसूरत हैं। होटल राजलक्ष्मी पैलेस यहां ठहरने का अच्छा विकल्प है। किसी स्थानीय भोजनालय में देसी राजस्थानी थाली का स्वाद लेना न भूलें।

कैसे पहुंचे:

न्यूगो से सफर करें, जो कि एक पर्यावरण-अनुकूल और आधुनिक एसी इलेक्ट्रिक बस सेवा है। न्यूगो रोज़ाना जयपुर से आगरा, दिल्ली, कोटा, देवली जैसी जगहों के लिए बसें चलाता है, जिनका किराया सिर्फ ₹399 से शुरू होता है। टिकट न्यूगो की वेबसाइट https://nuego.in या न्यूगो ऐप से बुक किए जा सकते हैं।
न्यूगो बसें 100% इलेक्ट्रिक हैं, जिनमें ज़ीरो टेलपाइप एमिशन होता है। ये शांत, सुरक्षित और आरामदायक होती हैं, जिनमें लाइव ट्रैकिंग, CCTV निगरानी, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, खुली लेग स्पेस और रीक्लाइनिंग सीट जैसी सुविधाएं दी गई हैं।
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