एक्सिस एएमसी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी, श्री बी. गोप कुमार ने बताया, “एक्सिस इंडिया मैन्युफैक्चरिंग फंड एक महत्वपूर्ण मौके पर आया है, जबकि भारत की अर्थव्यवस्था को ‘मेक इन इंडिया’ जैसी रणनीतिक पहल और कई सुधारों से बढ़ावा मिल रहा है।” उन्होंने कहा, “यह थीमैटिक फंड, भारत की तेज़ वृद्धि के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है जो भारत के औद्योगिक स्वरूप को पुनर्परिभाषित करते हैं। हम निवेशकों को एक्सिस इंडिया मैन्युफैक्चरिंग फंड के साथ भविष्य को अपनाने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। यह एक ऐसा फंड जिसे भारत की विनिर्माण महत्वाकांक्षाओं के साथ बढ़ने के लिए तैयार किया गया है।
‘मैन्युफैक्चरिंग’ थीम क्यों?
भारत एक रोमांचक भविष्य की ओर बढ़ रहा है, जो नए दौर की प्रौद्योगिकियों को अपनाने और सतत विकास पर जोर देने से चिह्नित है। सरकारी पहल और श्रम एवं कर सुधार से भारत वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी विनिर्माण केंद्र बन रहा है। अन्य अर्थव्यवस्थाओं के विपरीत, भारतीय अर्थव्यवस्था उपभोग (कंज़म्प्शन) पर बहुत अधिक निर्भर है, जिससे यह वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के प्रति कम चक्रीय बन जाता है। विकास में तेज़ी के कुछ प्रमुख कारणों में आर्थिक रुझान में सुधार शामिल है, जिससे उत्पादों की मांग में वृद्धि होती है। इन कारकों में उच्च क्षमता का उपयोग भी शामिल है, जो इकॉनमी ऑफ स्केल को हासिल करने में मदद करता है। इसलिए, यह तीन-आयामी अवसर का प्रतिनिधित्व करता है
एक्सिस एएमसी के मुख्य निवेश अधिकारी, श्री आशीष गुप्ता ने कहा, “उल्लेखनीय सरकारी प्रोत्साहन, अनुकूल नीतिगत ढांचे और वैश्विक स्तर पर अपने समकक्षों के मुकाबले बेहतर लागत प्रतिस्पर्धात्मकता के कारण भारत में तेज़ी से बदलाव हो रहा है। एक्सिस इंडिया मैन्युफैक्चरिंग फंड के साथ, हमारा लक्ष्य एक ऐसा पोर्टफोलियो तैयार करने का है, जो न केवल थीम की मज़बूत विकास क्षमता को दर्शाए बल्कि हमारे निवेशकों के धन सृजन के अवसरों में सक्रिय रूप से योगदान करे, ताकि उन्हें उन कंपनियों से लाभ मिले जो इस औद्योगिक पुनर्जागरण में अग्रणी बनने के लिए तैयार हैं।”
एक्सिस इंडिया मैन्युफैक्चरिंग फंड
एक्सिस इंडिया मैन्युफैक्चरिंग फंड का लक्ष्य है, ऐसी थीम में रणनीतिक रूप से निवेश करना है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में संरचनात्मक बदलावों से लाभान्वित होंगे। यह फंड भारत की विनिर्माण क्षमता की व्यापकता और गहराई को दर्शाते हुए एक विविधीकृत दृष्टिकोण प्रदान करना चाहता है। यह पूंजीगत उत्पादों और टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादों से लेकर वस्त्र (टेक्सटाइल) और फार्मास्यूटिकल्स तक उद्योगों के व्यापक आयाम को शामिल करेगा और इस तरह निवेशकों को भारत की विनिर्माण सफलता की कहानी में भाग लेने के लिए एक व्यापक अवसर प्रदान करेगा।
इस फंड का लक्ष्य होगा, भारतीय अर्थव्यवस्था के तीन क्षेत्रों में कंपनियों की पहचान करना:
• निवेश (कैपेक्स चक्र): विनिर्माताओं (मैन्युफैक्चरर) का उत्पादन क्षमता तैयार करने के लिए कारखाने के उपकरण और अनुसंधान एवं विकास में निवेश।
• उपभोग (आय बढ़ने के साथ लोग बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पादों का उपयोग करते हैं): घरेलू उपभोग और आय बढ़ने के साथ लोग बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पादों का उपयोग करने के रुझान के कारण मांग प्रक्षेपवक्र आधारित उद्योग।
• शुद्ध निर्यात (आयात प्रतिस्थापन पर ध्यान): वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत के एकीकरण से लाभान्वित होने वाली कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करना।
फंड मल्टी-कैप स्टॉक चयन रणनीति के साथ बॉटम-अप दृष्टिकोण का पालन करेगा। सक्रिय क्षेत्रीय आवंटन और निवेश की ‘गुणवत्ता’ शैली को अपनाने के अलावा, एक्सिस इंडिया मैन्युफैक्चरिंग फंड भारतीय सूचीबद्ध बाजारों के कम प्रतिनिधित्व वाले क्षेत्रों पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।
एक्सिस इंडिया मैन्युफैक्चरिंग फंड की परिकल्पना निवेशकों के लिए भारत के विनिर्माण विषय के भीतर मौजूद आशाजनक अवसरों का लाभ उठाने के लिए एक माध्यम के रूप में की गई है।
निवेश रणनीति पर विस्तृत जानकारी और योजना सूचना दस्तावेज़ (एसआईडी)/मुख्य सूचना ज्ञापन (केआईएम) देखने के लिए कृपया www.axismf.com पर जाएं।