मुंबई, 03 अप्रैल, 2024, 2024: दुनिया के लीडिंग इंडेक्स प्रोवाइडर्स (अग्रणी सूचकांक प्रदाता) एसएंडपी डाव जोन्स इंडेक्स (‘एसएंडपी डीजेआई’) ने आज दिसंबर 2023 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए एसएंडपी इंडेक्स बनाम एक्टिव फंड्स (SPIVA® इंडिया स्कोरकार्ड जारी किया है। पिछले साल विभिन्न श्रेणियों में एक्टिव फंड मैनेजर्स (सक्रिय फंड प्रबंधकों) के बीच का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा। आधे से अधिक भारतीय इक्विटी लार्ज-कैप फंड बेंचमार्क को मात देने में विफल रहे, जबकि 52% एक्टिव मैनेज्ड फंड (सक्रिय रूप से प्रबंधित फंड) ने एसएंडपी बीएसई 100 पर उम्मीद से कम प्रदर्शन किया है, केवल 30% भारतीय ईएलएसएस फंड ने अपने बेंचमार्क से कम प्रदर्शन किया है और एसएंडपी बीएसई 200, यही एकमात्र श्रेणी है जहां अधिकांश फंडों ने पिछले वर्ष संबंधित बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया है।
SPIVA ईयर-एंड 2023 रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 2023 में भारतीय इक्विटी मिड-/स्मॉल-कैप फंड के लिए बेंचमार्क, S&P BSE 400 मिडस्मॉलकैप इंडेक्स में 44.% की बढ़ोतरी हुई है, और 74% एक्टिव मैनेजर्स (सक्रिय प्रबंधकों) ने उस अवधि में इस इंडेक्स से कम प्रदर्शन किया है। इस फंड कटेगरी का प्रदर्शन भी लंबी अवधि में सबसे खराब रहा है, दिसंबर 2023 को समाप्त होने वाली 10 साल की अवधि में उनमें से 75% एसएंडपी बीएसई 400 मिडस्मॉलकैप इंडेक्स से पीछे रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में एसएंडपी बीएसई इंडिया गवर्नमेंट बॉन्ड इंडेक्स में 7.9% की बढ़ोतरी हुई है और पांच से भी कम एक्टिव मैनेजर्स (सक्रिय प्रबंधकों) ने 2023 में इस श्रेणी में बेंचमार्क को पीछे छोड़ा, जिससे अंडरपरफॉर्मेंस दर 82% हो गई। इसी तरह, एसएंडपी बीएसई इंडिया बॉन्ड इंडेक्स भी 8.0% बढ़ा है, जबकि इंडियन कंपोजिट बॉन्ड फंड मैनेजर्स का अंडरपरफॉर्मेंस SPIVA इंडिया स्कोरकार्ड में सभी श्रेणियों में सबसे अधिक 96% था। एक दिलचस्प पहलू जो सामने आया है वह यह था कि कैसे 10 साल की अवधि में 116 भारतीय कंपोजिट बॉन्ड फंड्स में से केवल 1 ने सूचकांक से बेहतर प्रदर्शन किया है, जो कि 99.1% की अंडरपरफॉर्मेंस दर के बराबर है, जो किसी भी समय सीमा में सभी श्रेणियों में सबसे अधिक अंडरपरफॉर्मेंस दर है।
रिपोर्ट में वैश्विक बाजार की स्थितियों और अन्य बाजारों के बीच भारत की स्थिति को भी ध्यान में रखा गया है। SPIVA इयर एंड 2023 में भारत वैश्विक स्टॉक मार्केट रैली के लीडर्स में से एक रहा है, जहां सभी इक्विटी बेंचमार्क ने वर्ष के दौरान 20% से अधिक का लाभ दर्ज किया है। भारतीय बांड बाजार में भी यह वर्ष मजबूत रहा, जिसमें वार्षिक रिटर्न उच्च एकल अंक (8.0%) में रहा है।
बेनेडेक वोरोस, निदेशक, इंडेक्स इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी (सूचकांक निवेश रणनीति), एसएंडपी डाव जोन्स इंडेक्स ने कहा, “जैसा कि हम पिछले वर्ष पर विचार करते हैं, जहां बाजार की ताकत स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, एसएंडपी बीएसई 100 और एसएंडपी बीएसई 200 सूचकांकों ने क्रमशः 23.2% और 24.5% का लाभ दर्ज किया है। यह प्रदर्शन भारतीय बाजारों के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष के रूप में सामने आया है, जहां मैक्रो-इकोनॉमिक इनवायर्नमेंट (व्यापक आर्थिक माहौल) ने स्थिरता प्रदान की है, जिससे ब्याज दरों और कमोडिटी की कीमतों में भी कोई बदलाव नहीं देखा गया।“.