जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ विश्व पर्यावरण दिवस 2024 के उपलक्ष्य में विज्ञान भारती राजस्थान द्वारा परिष्कार ग्रुप ऑफ कॉलेज, जयपुर; राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू), कोटा; राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर; सीएसआईआर-सीरी, पिलानी; विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, राजस्थान; डॉ. बी.आर. अंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी, जयपुर एवं श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर के सहयोग से साईक्लोथों एवं राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन 05 जून 2024 (विश्व पर्यावरण दिवस) को परिष्कार कॉलेज ऑफ ग्लोबल एक्सीलेंस, शिप्रा पथ, मानसरोवर, जयपुर में किया जा रहा हैं।
इस कार्यक्रम में पर्यावरण जागरूकता और सामाजिक सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विविध गतिविधियों को शामिल किया गया हैं। विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के बारे में जनमानस में जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय कांफ्रेंस के अंतर्गत प्रसिद्ध वैज्ञानिकों तथा शिक्षाविदों द्वारा व्याख्यान, प्रादर्शन एवं साईक्लोथों (साइकिल रैली) आयोजित किया जाना प्रस्तावित है। साईक्लोथों (साइकिल रैली) परिष्कार कॉलेज से शुरू होकर मानसरोवर के विभिन्न मार्गो से होते हुए वापस परिष्कार कॉलेज पर समाप्त होगी जिसके बाद एक करोड़ पेड़/पौधों द्वारा सघन वृक्षारोपण हेतु पर्यावरण जागरूकता अभियान की शुरुआत की जायेगी तथा सभी उपस्थित लोगों को पर्यावरण संरक्षण हेतु शपथ दिलाई जायेगी।
डॉ. मेघेन्द्र शर्मा (संगठन सचिव, विज्ञान भारती राजस्थान) ने बताया कि इस जन जागरूकता कार्यक्रम में वन विभाग राजस्थान, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग राजस्थान, पुलिस आयुक्तालय जयपुर, राजस्थान राज्य प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड, राजस्थान राज्य जैव विविधता बोर्ड, मौसम विभाग केंद्र जयपुर, जयपुर नगर निगम, राजस्थान स्वस्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय जयपुर, राष्टीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर, हैनीमैन चैरिटेबल मिशन सोसाइटी, एस.एस. जैन सुबोध पी.जी. महाविद्यालय जयपुर, प्रियंका हार्ट एवं कार्डियक सेंटर जयपुर, आर्य कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एवं आईटी, धर्म जागरण मंच एवं आर्य कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग जैसे विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी विभाग सहयोगी संस्था के रूप में जुड़े हुए हैं जो की कार्यक्रम को सफल बनाने एवं समाज तक पर्यावरण संरक्षण का संदेश पहुंचाने तथा आगामी एक वर्ष के समय में सम्पूर्ण राजस्थान परिक्षेत्र में एक करोड़ पेड़/पौधों के वृक्षारोपण द्वारा इस पर्यावरण जागरूकता अभियान के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
डॉ. अशोक शर्मा (संयोजक, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि) ने बताया कि प्रदेश के 12,660 गावों में 21 लोगो की समिति बनाई गयी है जो की अपने गावों में 100 पेड़ लगा कर 5 वर्षो तक उनकी समुचित देखभाल समिति के सदस्यों द्वारा की जायेगी जब तक की वे पौधे बड़े वृक्षों में परिवर्तित नहीं हो जाते।
पत्रकार वार्ता के दौरान वी. सरवन कुमार (शासन सचिव, विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग, राजस्थान), प्रो. एस. के सिंह, कुलपति, आरटीयू कोटा), प्रो. विष्णु शर्मा (पूर्व कुलपति, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर), डॉ. राघव प्रकाश (निदेशक, परिष्कार समूह), डॉ. अतुल गुप्ता (फाउंडर, हैनीमैन चैरिटेबल मिशन सोसाइटी), डॉ. सविता पाईवाल (प्राचार्या, परिष्कार कॉलेज) इंजी. शैलेश जैन (संयुक्त सचिव, विज्ञान भारती राजस्थान) सहित विभिन्न आयोजक एवं सहयोगी संस्थाओं के गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही।
यह कार्यक्रम विश्व पर्यावरण दिवस 2024 के लक्ष्यों को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आज कार्यक्रम से पूर्व आयोजक संस्थाओं द्वारा एक पत्रकार वार्ता का आयोजन (हॉर्टिकल्चर सैंटर, महारानी फार्म, दुर्गापुरा) में किया गया तथा जनमानस से कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की।