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थाईलैंड के डिप्टी पीएम ने अवादा ग्रुप के सोलर प्लांट का दौरा किया

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जयपुर: नवीकरणीय उर्जा  क्षेत्र में विश्वस्तरीय साझेदारियों को महत्व देने वाले एक ऐतिहासिक आयोजन में स्वच्छ उर्जा समाधानों के जाने-माने नाम, अवादा ग्रुप ने ऐलान किया है कि किंगडम ऑफ थाईलैण्ड के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर एवं मिनिस्टर ऑफ फॉरेन अफे़यर्स महामहिम डॉ प्राणप्री बहिद्धा- नुकारा ने राजस्थान के बीकानेर स्थित दुनिया के सबसे बड़े अवादा-स्वामित्व के सोलर पावर प्लांट का दौरा किया।

इस अवसर पर अवादा ग्रुप के चेयरमैन श्री विनीत मित्तल ने कहा, ‘‘यह दौरा अवादा ग्रुप एवं थाईलैण्ड से हमारे मेहमानों के बीच साझा दृष्टिकोण का प्रतीक है- जिसके तहत हम नवीकरणीय उर्जा को उपयोग कर पर्यावरण स्थायित्व एवं आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देना चाहते हैं। अपनी इस युनिट का प्रदर्शन करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है, जो न सिर्फ स्वच्छ उर्जा उत्पादन की दिशा में बड़ा कदम है बल्कि संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के लिए भी हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।’’

थाईलैण्ड के डिप्टी पीएम, भारत के चार दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं, उनके साथ उच्च स्तरीय प्रतिनिधि भी इस दौरे में हिस्सा ले रहे हैं। उनके साथ भारत के लिए थाईलैण्ड की राजदूत मिस पेटरेट होंगथोंग एवं थाईलैण्ड सरकार के स्वामित्व के फॉर्च्यून 500 ऑयल एवं गैस सदन पीटीटी ग्रुप के चेयरमैन डॉ पैलिन चुचोट्ावोर्न तथा थाईलैण्ड एनर्जी सेक्टर से मुख्य अधिकारियों एवं अन्य मेहमानों ने भी बीकानेर स्थित अवादा के सोलर प्लांट का दौरा किया।

इस प्लांट को एक नवीकरणीय उर्जा स्वतन्त्र विद्युत उत्पादक (आईपीपी) के द्वारा दुनिया के सबसे बड़े सिंगल-लोकेशन सोलर पावर प्लांट का दर्जा प्राप्त है।

अवादा ग्रुप के चेयरपर्सन श्री विनीत मित्तल, अवादा एनर्जी के सीईओ श्री किशोर नायर  एवं टीम के अन्य सदस्यों ने प्रतिनिधि मंडल का स्वागत किया। इस अवसर पर हरित धरती एवं स्थायी भविष्य के निर्माण के लिए स्थायी उर्जा, तकनीकी इनोवेशन्स तथा भारत एवं थाईलैण्ड के बीच भावी साझेदारियों की संभावना पर चर्चा की गई।

बीकानेर सोलर प्लांट न सिर्फ भारत के नवीकरणीय उर्जा क्षेत्र में बल्कि विश्वस्तर पर भी महत्वपूर्ण है। 4100 एकड़ क्षेत्रफल में फैले अवादा के सोलर प्लांट में तकरीबन 30 लाख सोलर मोड्यूल्स हैं। जिसमें 30, 364 मीट्रिक टन स्टील का उपयोग किया गया है। साथ ही पूलिंग एवं कंट्रोलिंग के प्रयोजन के लिए 4200 किलोमीटर की पावर और कंट्रोल केबल्स डाली गई हैं।

वर्तमान में यह उत्तर भारत (हरियाणा), पश्चिम भारत (महाराष्ट्र) और दक्षिण भारत (तेलंगाना और तमिलनाडु) के विभिन्न राज्यों को विद्युत की आपूर्ति करता है। इसके अलावा उत्पन्न विद्युत को भारत के एक्स्ट्रा हाई वोल्टेज (ईएचवी) नेशनल गिड के द्वारा 14 मीटर लंबी 400 किलोवाॅट ट्रांसमिशन लाईन के माध्यम से विद्युत वितरण कंपनियों (डिस्कोम्स) को भेजा जाता है।

अब तक, यह सोलर प्लांट कार्बन उत्सर्जन में तकरीबन 3.4 मिलियन टन की कमी ला चुका है और इसने रोबोटिक क्लीनिंग सिस्टम्स के माध्यम से सालाना 90,000 किलोलीटर पानी की सालाना बचत कर चुका है।

प्रतिनिधिमंडल ने उर्जा सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों तथा भोगौलिक सीमाओं के दायरे से परे भावी साझेदारियों के महत्व पर रोशनी डाली। अवादा ग्रुप स्वच्छ उर्जा रूपान्तरण में अग्रणी है तथा देश-विदेश में अपनी परियोजनाओं के माध्यम से इनोवेशन और स्थायित्व को गति प्रदान कर रहा है।

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