जयपुर,, दिव्यराष्ट्र/ विश्व स्वास्थ्य दिवस हर साल 7 अप्रैल को मनाया जाता है और यह दिन लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। इस साल का ध्यान विशेष रूप से हृदय स्वास्थ्य पर है, क्योंकि हृदय रोग दुनिया भर में मृत्यु का प्रमुख कारण बन गया हैं। हृदय रोगों से जुड़ी बीमारियाँ, जैसे कोरोनरी आर्टरी डिजीज , हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप), हृदय दौरा , और स्ट्रोक, यह बीमारियाँ अधिकतर जीवनशैली से संबंधित होती हैं, जैसे अनियमित आहार, व्यायाम की कमी, धूम्रपान, और अत्यधिक शराब का सेवन। इसके अलावा, मानसिक तनाव भी हृदय रोगों को बढ़ावा दे सकता है।
नारायण हॉस्पिटल, जयपुर के कार्डियोलॉजी विभाग के डायरेक्टर, डॉ. देवेन्द्र श्रीमाल ने बताया, की हृदय रोगों को समय रहते पहचाना और उनका सही इलाज प्रभावी हो सकता है। अगर मरीज अपनी जीवनशैली में छोटे बदलाव करें और नियमित जांच करवाएं, तो हृदय रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है।
हृदय रोगों से बचाव के लिए जरूरी कदम*
स्वस्थ आहार*
हार्ट की सेहत के लिए सही आहार बेहद महत्वपूर्ण है। फल, सब्जियाँ, पूर्ण अनाज और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार का सेवन करें। तली-भुनी चीजों, अत्यधिक चीनी और नमक से बचें।
नियमित व्यायाम*
सप्ताह में कम से कम 150 मिनट का हल्का-फुल्का व्यायाम दिल को मजबूत बनाता है। स्विमिंग, दौड़ना, योग या तेज चलना जैसे व्यायाम फायदेमंद होते हैं।
धूम्रपान और शराब से बचें*
धूम्रपान और अत्यधिक शराब पीना दिल की सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। यह रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देता है और रक्तचाप को बढ़ाता है।
तनाव कम करें*
मानसिक तनाव हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है। तनाव को कम करने के लिए ध्यान, योग, गहरी श्वास और अन्य मानसिक स्वास्थ्य गतिविधियों का अभ्यास करें।
समय पर जांच करवाएं*
उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल दिल की बीमारियों का मुख्य कारण होते हैं। नियमित रूप से इनकी जांच करवाएं और जरूरत पड़ने पर उचित इलाज लें। ईसीजी और इको दोनों ही हृदय की जांच के लिए किए जाने वाले महत्वपूर्ण टेस्ट हैं जिन्हे समय समय पे कराते रहे|
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर, हृदय की सेहत पर ध्यान देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। हृदय की सेहत को प्राथमिकता देकर एक स्वस्थ और लम्बा जीवन जी सकते हैं।