जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ जेईसीआरसी के होटल मैनेजमेंट कोर्स में स्टडी के साथ-साथ स्किल्स के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाता है सामान्यतः कोर्स में मिलने वाले स्किल्स का मुख्य उदेश्य होटल मैनेजमेंट इंडस्ट्री से प्रोवाइड की जाने वाली सेवाओँ से मेहमान को पूरी तरह संतुष्ट करना होता है। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री सबसे ज्यादा करियर ऑप्शन देना वाली इंडस्ट्री है, इसकी लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और इसीलिए स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जाती है और यहीं वजह हैं की जेईसीआरसी के स्कूल ऑफ हॉस्पिटैलिटी के स्टूडेंट्स देश के प्रमुख होटल्स में अपना परचम लहरा रहे हैं |
स्टूडेंट्स को होटलों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में भी अवसर मिल रहें हैं , जैसे की मनोरंजन पार्क, उच्च-स्तरीय थिएटर, बिक्री और विपणन, और एविएशन। जेईसीआरसी स्कूल ऑफ हॉस्पिटैलिटी ताज, ओबेरॉय, फेयरमोंट, लीला, हयात जैसे ब्रांड्स से जुड़ा हुआ हैं इस से स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग में मदद मिलती हैं |
डीन, स्कूल ऑफ हॉस्पिटैलिटी, डॉ. मनीष श्रीवास्तव ने कहा की भारत के हर क्षेत्र में रिसॉर्ट्स, एयरलाइंस, क्रूज, क्लब, फूड कैफे, रेस्तरां आदि में होटल मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स की बहुत अधिक आवश्यकता होती है। देश के जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देने के कारण इस इस इंडस्ट्री में ग्रोथ की संभावना बहुत अधिक है तथा इस इंडस्ट्री की सेवाओं का उपयोग दुनिया भर के टूरिस्ट द्वारा किया जाता है। स्किल्ड होटल मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स को होटल मैनेजमेंट का बैक बोन माना जाता है और हम अपने बच्चों को इस तरह की स्किल्स देते हैं जिससे की देश के प्रतिष्ठित होटल्स में आसानी से उनका चयन हो जाए |
हेड ऑफ डिपार्टमेंट, स्कूल ऑफ हॉस्पिटैलिटी ने बताया की हम स्टूडेंट्स को स्किल्स के साथ साथ आंत्रप्रिन्योरशिप के गुर भी सिखाते है जिस से की वह अपना रोज़गार करने में सक्षम हो साथ ही इंडस्ट्री से एक्सपर्ट्स भी आते हैं जो बच्चों को नई तकनीकों के बारे में बताते हैं साथ ही फील्ड में आने वाली चुनौतियों से अवगत करते हैं |