नए स्टार्टअप्स ने प्रस्तुत किए अपने इनोवेटिव बिजनेस आइडियाज
जयपुर, दिव्य राष्ट्र/ पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में आईआईटी, खड़गपुर के ई-सेल के सहयोग से शनिवार को लोकल स्टार्टअप मीट—2024 का आयोजन किया गया। स्टूडेंट्स में एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देना और शुरुआती दौर के स्टार्टअप को समर्थन प्रदान करना इसके आयोजन का मुख्य उद्देश्य था। इसमें राजस्थान के 150 से अधिक स्टार्टअप शाामिल हुए, जिनके लिए विशेषज्ञों के मेंटरिंग सेशन, पिचिंग कॉम्पिटिशन, वर्कशॉप, पैनल डिस्कशन हुए।
शुरुआत में मेजबान पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. सुरेश चंद्र पाढ़ी ने स्टार्टअप एग्ज्यूकेशन प्रकिया के दौरान समस्याओं के समाधान पर जोर दिया। प्रो-प्रेसिडेंट डॉ. मनोज गुप्ता ने भारत के गतिशील स्टार्टअप इकोसिस्टम में एंटरप्रेन्योरशिप के विकास को बढ़ावा देने की बात की।
डाटा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के संस्थापक अजय डाटा ने मुख्य भाषण में 90 के दशक से अभी तक स्टार्टअप इकोसिस्टम के विकास पर प्रकाश डाला। उन्होंने आज के दौर के स्टार्टअप्स को तकनीकी रूप से एडवांस बनने की सलाह दी। गेस्ट स्पीकर के तौर पर मोइविंग के संस्थापक व सीईओ विकास मिश्रा ने भारत में ईवी क्षेत्र की अपार संभावनाओं के बारे में बात की। जीसीईसी ग्लोबल फाउंडेशन के सेंटर हेड सौरभ कोठारी ने सफलता के लिए आत्मविश्वास को सबसे अहम बताया।
स्टार्टअप मीट के तहत ‘हाउ फंडिंग चॉइसेज शेप स्टार्टअप्स’ विषय पर पैनल डिस्कशन आयोजित किया गया। इसके पैनलिस्ट में नितिन जैन, अंकित जैन, अर्पित गुप्ता, विकास मिश्रा और रौनक एस. चिंदालिया जैसे प्रतिष्ठित विशेषज्ञ शामिल थे। उन्होंने विभिन्न फंडिंग मॉडल, स्टार्टअप कल्चर के साथ—साथ फाउंडर्स को चुनौतियों से निपटने के बारे में बात की।
इस दौरान हुए पिचिंग कॉम्पिटिशन में उभरते हुए एंटरप्रेन्योर्स ने एडवाइजर्स व निवेशकों के पैनल के समक्ष अपने नए आइडियाज प्रस्तुत किए। अंत में पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के प्रथम वर्ष के एचओडी व पीयू इन्सेंट के समन्वयक प्रतीश रावत द्वारा धन्यवाद ज्ञाापित किया।