दिव्यराष्ट्र, चेन्नई: इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ डेंटिस्ट्री (आईसीडी) सेक्शन वीआई (भारत, श्रीलंका और नेपाल) ने एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एसआरएमआईएसटी) के फाउंडर चांसलर डॉ. टी.आर. पारीवेंधर को ऑनररी फैलोशिप प्रदान करते हुए सम्मानित किया है। नॉन-डेंटिस्ट/नॉन-मेडिकल क्षेत्र मेंयह डिस्टिंक्शनशायद ही कभी किसी को मिलती है, परंतु डॉ पारीवेंधर जी को यह प्रतिष्ठित फेलोशिप प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह फेलोशिप शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा वितरण के क्षेत्र में उनके योगदान को सम्मानित करता है।
कट्टनकुलथुर स्थित एसआरएमआईएसटी में एसआरएम कट्टनकुलथुर डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सहयोग से आयोजित आईसीडी की वार्षिक बैठक एवं दीक्षांत समारोह के दौरान डॉ. पारीवेंधर को इन दोनों क्षेत्रों में उनके असाधारण योगदान के लिए पहचाना गया था।
आईसीडी के ग्लोबल प्रेसिडेंट डॉ. आयन एम. डॉयल एवं आईसीडी सेक्शन वीआई की प्रेसिडेंट डॉ. मीरा वर्मा सहित अन्य गणमान्य अतिथियों नेउन्हें ऑनररी फैलोशिप से नवाज़ा।
अपने स्वीकृति भाषण में, डॉ. पारिवेंधर ने दंत चिकित्सा के विशेष महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि यह लोगों को सीधे चलने, साफ-साफ बोलने और आत्मविश्वास के साथ हंसने में सहायता करने के साथ-साथएक महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाता है। इस प्रतिष्ठित सम्मान के योग्य समझकर फेलोशिप प्रदान करने पर उन्होंने आईसीडी के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त किया, जबकि वे एक नॉन-मेडिकल प्रोफेशनल हैं।
उन्होंने SRM कट्टनकुलथुर डेंटल कॉलेज में किए जा रहे मानवीय कार्यों पर भी प्रकाश डाला, जहां सुविधा-वंचित लोगों को निःशुल्क दंत चिकित्सा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा, “हम गरीबों का केवल इलाज ही नहीं करते हैं; बल्कि उनके चेहरे पर मुस्कराहट भी लाते हैं। गरीबों की सेवा ही वास्तव में ईश्वर की सेवा है।”