जयपुर। दिव्यराष्ट्र/विप्र फाउंडेशन के मानसरोवर में निर्माणाधीन श्री परशुराम ज्ञानपीठ भवन के विभिन्न सभागार, कक्ष, तल मोतीडूँगरी गणेशजी, नगरधणी श्री गोविंददेवजी, भगवान विश्वकर्मा, माँ भगवती, गौ, गंगा, गायत्री, ऋषि, संत, महात्मा, आचार्य, भक्त, विद्वान, राजा, वीर, वीरांगना, दानवीर, महापुरुष, समाज सुधारक आदि 71 आदर्श चरित्रों के नाम से जाने जायेंगे। विप्र फाउंडेशन के संस्थापक संयोजक सुशील ओझा ने बताया कि ज्ञानपीठ में स्थापित विशेष प्रदर्श पट्टिकाओं में इन चरित्रों के नित्य दर्शन व स्मरण विद्यार्थियों को इतिहास परिचय व सद् प्रेरणा प्रदान करते हुए उनके उज्ज्वल व्यक्तित्व निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेंगे। इन खास प्रदर्श पट्टिकाओं के निर्माण के संदर्भ में विप्र फाउंडेशन के संस्थापक सुशील ओझा के साथ डॉ सुनील शर्मा, सतीश चन्द्र शर्मा व प्यारेलाल शर्मा ने जयपुर के विश्वविख्यात मूर्तिकार प्रशांत पांडे की ऐतिहासिक कार्यशाला पांडे मूर्ति भंडार का अवलोकन कर उनसे विस्तृत विचार विमर्श किया। सत्यनारायण पांडे, प्रशांत पांडे परिवार विश्व के जाने माने मूर्तिकार हैं जिनके द्वारा निर्मित मूर्तियां अयोध्या मंदिर प्रांगण में भी स्थापित हैं।