दिव्यराष्ट्र, नई दिल्ली: एसबीआई फाउंडेशन ने अपने प्रमुख एसबीआई यूथ फॉर इंडिया फेलोशिप के अगस्त बैच (13वां बैच) का औपचारिक उद्घाटन बेरफुट कॉलेज (एसडब्ल्यूआरसी), तिलोनिया में एक इमर्सिव ओरिएंटेशन प्रोग्राम के साथ किया। यह सुरम्य ग्रामीण परिसर 69 एनर्जी से भरे युवाओं के उस सफर की शुरुआत का मंच बना, जिसमें वे भारत के अलग अलग हिस्सों में कम्युनिटी द्वारा चलाये जाने वाले विकास कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
दो सप्ताह लंबा यह ओरिएंटेशन प्रोग्राम श्री संजय प्रकाश, एम् डी एवं सीईओ, एसबीआई फाउंडेशन द्वारा उद्घाटित किया गया है। इस अवसर पर सुश्री सौम्या किदांबी, सीईओ, बेरफुट कॉलेज (एसडब्ल्यूआरसी); सुश्री भावना लूथरा, ईडी, लीड इंडिया; श्री ज्ञान प्रकाश, प्रोग्राम हेड, एसबीआई यूथ फॉर इंडिया और सामाजिक क्षेत्र के अन्य प्रमुख एक्सपर्ट्स मौजूद थे। इस कार्यक्रम में फेलोज़ को ग्रामीण हकीकत, थीमैटिक फोकस एरिया, ग्रासरूट पार्टनरशिप मॉडल और पूर्व फेलोज़ के एक्सपेरिएंस से परिचित कराया गया—जिसमें इंटरएक्टिव वर्कशॉप, फील्ड इमर्शन और स्टोरीटेलिंग सेशंस शामिल थे।
श्री संजय प्रकाश, एम् डी एवं सीईओ, एसबीआई फाउंडेशन ने कहा, “हमें एसबीआई यूथ फॉर इंडिया फेलोशिप के अगस्त बैच का स्वागत करते हुए बहुत गर्व हो रहा है। आज की युवा पीढ़ी केवल बदलाव की आकांक्षा नहीं रखती—बल्कि वह उस बदलाव को आगे लेकर जा रही है। भारत की 65% से अधिक आबादी 35 वर्ष से कम उम्र की है, ऐसे में ग्राउंड लेवल के बदलाव की संभावनाएं बहुत हैं। यह फेलोशिप कार्यक्रम इस एनर्जी को पॉजिटिव दिशा देने का माध्यम है। जब युवाओं को सही अवसर, ज्ञान और सहयोग दिया जाता है, तो वे सस्टेनेबल डेवलपमेंट के सही लीडर बन जाते हैं—और यही इस फेलोशिप का उद्देश्य है।”
यह 13 महीने का फेलोशिप युवाओं को ग्रामीण भारत में रहकर 13 प्रमुख ग्रासरूट एनजीओ के साथ स्वास्थ्य, शिक्षा, रूरल लाइवलीहुड, जल, महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में काम करने का अवसर देता है। फेलो ग्राउंड लेवल की दिक्कतों को समझते हुए, डेवलपमेंट प्रैक्टिशनर्स के मार्गदर्शन से समस्या के स्थाई समाधान के लिए कार्य करते हैं।
इसी में आगे सुश्री सौम्या किदांबी, सीईओ, बेरफुट कॉलेज (एसडब्ल्यूआरसी) ने बताया की, “आज के विकासशील परिदृश्य में, एसबीआई यूथ फॉर इंडिया जैसी पहल पहले से कहीं अधिक ज़रूरी और सही हैं। यह कार्यक्रम युवाओं को ग्रासरूट कम्युनिटी से जोड़ते हुए म्यूच्यूअल लर्निंग और कोलैबोरेशन को बढ़ावा देता है। जहां फेलो एक्सपेरिएंस्ड मेंटर से मार्गदर्शन लेते हैं, वहीं पार्टनर ऑर्गनाइजेशंस नई सोच और न्यू ऐज स्किल से बेहतर होते हैं। यह पार्टनरशिप कम्युनिटी द्वारा चलाये जाने वाले समाधान तैयार करने में मदद करती है – जो ज़मीनी स्तर पर समावेशी और स्थायी परिवर्तन लाते हैं। मैं 13वें बैच के फेलोज़ का स्वागत करती हूं और उनके इस परिवर्तनकारी वाले सफर के लिए शुभकामनाएं देती हूं। फेलो ने पिछले 10 वर्षों में बेरफुट कॉलेज और एसबीआई वाईएफआई की साझेदारी में कई अच्छे योगदान दिए है। हमें उम्मीद है कि आप सभी भविष्य के चेंजमेकर बनेंगे।”