दिव्यराष्ट्र, मुम्बई: एचडीएफसी बैंक की प्रिंसिपल इकोनोमिस्ट साक्षी गुप्ता ने वर्ष 2025 के लिये रेपो रेट में कोई और दर कटौती नही होने की संभावना जताई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की 4 से 6 जून तक आयोजित मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक में रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत की कटौती पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुऐ साक्षी गुप्ता ने कहा कि आगे देखते हुए, उदार से तटस्थ रुख में बदलाव शायद यह संकेत देता है कि आरबीआई अब निकट भविष्य के लिए विराम ले सकता है। सेंट्रल बैंक द्वारा डेटा निर्भर पर टर्न लेने की संभावना है, और भविष्य में और कोई भी दर कटौती केवल तभी हो सकती है जब विकास में भौतिक रूप से गिरावट आए। यह संभावना है कि अब हम 2025 के लिए रेपो दर में कोई और दर कटौती नहीं देखेंगे।
साक्षी गुप्ता के अनुसार, आरबीआई ने आज एक आश्चर्यजनक मौद्रिक लाभ दिया। सीआरआर में 100 बीपीएस की कटौती के साथ-साथ 50बीपीएस की दर में कटौती केंद्रीय बैंक के वैश्विक प्रतिकूलताओं के मद्देनजर समग्र मांग को बढ़ावा देने के लिए किए जाने वाले प्रयासों को दर्शाती है। आरबीआई ने वर्ष के लिए अपने विकास पूर्वानुमान को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा है। जबकि मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान को घटाकर 3.7 प्रतिशत कर दिया। आज के निर्णय से घरों के लिए उधार लेने की लागत में कमी लाने और अर्थव्यवस्था में ऋण मांग का समर्थन करने में मदद मिलेगी।