Home न्यूज़ एसएआईओनियर धृति को संयुक्त राष्ट्र परमाणु निरस्त्रीकरण युवा समूह में चुना गया

एसएआईओनियर धृति को संयुक्त राष्ट्र परमाणु निरस्त्रीकरण युवा समूह में चुना गया

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नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र*– एसएआई इंटरनेशनल स्कूल को गर्व है कि उसकी कक्षा 8की छात्रा और 13 साल की जलवायु और शांति की समर्थक धृति मोक्षा पाणिग्राही को संयुक्त राष्ट्र परमाणु निरस्त्रीकरण युवा समूह में चुना गया है। यह समूह व्यापक परमाणु परीक्षण-प्रतिबंध संधि संगठन की तैयारी आयोग के तहत बनाया गया है।
धृति युवाओं द्वारा चलाए जा रहे जलवायु अभियान और परमाणु निरस्त्रीकरण में आगे रही हैं। उन्होंने सिर्फ 6 साल की उम्र से पर्यावरण बचाने के काम में हिस्सा लिया है। वह ओडिशा से इस ग्लोबल युवा समूह में चुनी जाने वाली अकेली छात्रा हैं। उन्हें यह मौका सितंबर 2024में कार्यक्रम के लिए आवेदन करने के बाद मिला, जिसमें उन्होंने शांति, स्थिरता और परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए अपनी गहरी सोच और समर्पण दिखाया।
वह अर्थ अगेन मूवमेंट और द चाइल्ड मूवमेंट की मुख्य सदस्य भी हैं, जो जलवायु न्याय, आपदा से बचाव और बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए काम करते हैं। उन्होंने भुवनेश्वर, राउरकेला, पारलाखेमुंडी और ओडिशा के पश्चिमी शहरों में कई पर्यावरण जागरूकता और सफाई अभियान चलाए हैं, जिनसे सैकड़ों बच्चों और युवाओं को स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण बनाने की प्रेरणा मिली है।
इस मौके पर डॉ. शिल्पी साहू, चेयरपर्सन, एसएआई इंटरनेशनल एजुकेशन ग्रुप ने कहा, “धृति सिर्फ हमारी छात्रा नहीं हैं, बल्कि इस बात की मिसाल हैं कि अच्छी और सही शिक्षा से क्या हासिल किया जा सकता है। उनका संयुक्त राष्ट्र परमाणु निरस्त्रीकरण युवा समूह में चुना जाना उम्मीद की किरण है और ये दिखाता है कि भारत के छोटे शहर और गांव की युवा आवाज़ें भी दुनिया के बड़े मुद्दों को दिशा दे सकती हैं। हमें उनकी हिम्मत, सोच और शांति व स्थिरता के लिए काम करने के जज़्बे पर गर्व है।”
अपनी नियुक्ति पर धृति ने कहा, “मैं इस अंतरराष्ट्रीय पहल का हिस्सा बनकर बहुत खुश और गर्व महसूस कर रही हूँ। मैं चाहती हूँ कि ग्रामीण और कमजोर इलाकों के बच्चों और युवाओं की आवाज़ दुनिया तक पहुंचे, ताकि सबके लिए एक शांतिपूर्ण, न्यायपूर्ण और सुरक्षित दुनिया बन सके।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर मौका मिला तो वह ओडिशा के स्कूलों और आसपास सफाई अभियान शुरू करेंगी, ताकि बच्चे अपने आस-पास की जिम्मेदारी लें और स्कूल का माहौल साफ और हरा-भरा बना सकें।
धृति की यह सफलता न सिर्फ एसएआई इंटरनेशनल स्कूल बल्कि पूरे ओडिशा और भारत के लिए गर्व का मौका है। यह दिखाता है कि युवा बदलाव लाने में दुनिया भर में कितनी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। यह उपलब्धि एसएआई इंटरनेशनल के उस मकसद को और मजबूत करती है, जिसमें वे ऐसे संवेदनशील और जिम्मेदार लीडर तैयार कर रहे हैं जो एक बेहतर भविष्य बनाने में विश्वास रखते हैं।

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