नई दिल्ली: टमाटरों को अक्सर ‘रेड गोल्ड’ (लाल सोना) कहा जाता है। उनके चटकीले रंग, तेज स्वाद और पाककला में विविध उपयोगों के लिये उन्हें लंबे समय से पसंद किया जा रहा है। टमाटरों की उपलब्ध कई किस्मों में से रेड गोल्ड टोमैटोज़ फ्रॉम यूरोप गुणवत्ता एवं सेहत का प्रतीक हैं। यह गूदेदार फल न सिर्फ पाककला में खुश कर देते हैं, बल्कि पोषण-सम्बंधी फायदों का खजाना भी होते हैं।
रेड गोल्ड टोमैटोज़ को यूरोप की उपजाऊ मिट्टी में उगाया जाता है। वहाँ जलवायु और सदियों पुरानी खेती की तकनीकों का मिश्रण उनका बेहतरीन स्वाद एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करता है। अपने गहरे लाल रंग के साथ वे लाइकोपीन का एक बेहतरीन स्रोत हैं, जो कि एक दमदार एंटीऑक्सीडेंट है। इससे सेहत को अनगिनत फायदे मिलते हैं। लाइकोपीन को स्थायी रोगों का जोखिम कम करने की क्षमता के लिये जाना जाता है, जैसे कि दिल की बीमारियाँ और कुछ तरह के कैंसर। रेड गोल्ड टोमैटोज़ आपके आहार में इस महत्वपूर्ण पोषक-तत्व को शामिल करने का स्वादिष्ट और सुलभ तरीका हैं।
रेड गोल्ड टोमैटोज़ से सेहत को मिलने वाले फायदे लाइकोपीन से भी बढ़कर हैं। उनमें विटामिन, खासकर विटामिन सी और विटामिन के की अच्छी-खासी मात्रा होती है। यह इम्युन सिस्टम (रोग प्रतिरोधक तंत्र) को ताकत देने और हड्डियों की सेहत को बढ़ाने के लिये महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इसके अलावा, यह टमाटर डाइटरी फाइबर का भी अच्छा स्रोत हैं। यह पाचन में सहायक होता है और स्वस्थ वजन बनाये रखने में मददगार है। रेड गोल्ड टोमैटोज़ रसोईघर के लिये एक महत्वपूर्ण सामग्री है जिसका कई तरह से उपयोग किया जा सकता है और व्यंजनों का स्वाद बढ़ा देते हैं। चाहे उन्हें सूप्स, सॉसेज में इस्तेमाल किया जाए या कैप्रीस सलाद में ताजा-ताजा रखकर उनका मजा लिया जाए, खुश कर देने वाला उनका स्वाद किसी भी भोजन को बेहतर बना देता है। टमाटरों की खेती की यूरोपीय परंपरा सुनिश्चित करती है कि हर टमाटर स्वाद और पोषण से भरपूर रहे।